कवर्धा: कबीरधाम जिले के कूकदूर थाना क्षेत्र के कामठी गांव में गोंडवाना समाज और गांव वालों के बीच मंदिर परिसर में दुर्गा मां की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि पुलिस और जिला प्रशासन टीम को मौके पर जाना पड़ा. पुलिस के आला अधिकारी जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे, जिसके बाद मामला शांत हो पाया. इसके बाद मंदिर परिसर के गेट में लगाए ताले को पुलिस ने खोला फिर मंदिर में दुर्गा मां की मूर्ति की स्थापना की गई.
बातचीत के बाद खत्म हुआ विवाद: ये मामला कबीरधाम जिले के कूकदूर थाना अंतर्गत कामठी गांव का है. इस क्षेत्र में भारी संख्या में आदिवासी लोग रहते हैं. कामठी गांव में एक प्राचीन मंदिर है, जिसमें पहले से सभी देवी-देवताओं की मूर्ति स्थापित है. गांव के सभी लोग मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं. आदिवासी सामज का मानना है कि यह मंदिर उनके पूर्वजों द्वारा बनाई गई है, इसलिए इस मंदिर पर उनका अधिकार है. यही कारण है कि गांव वाले और आदिवासी समाज के बीच इसी बात को लेकर तनाव की स्थिति बनी रहती है.
कामठी गांव के मंदिर परिसर में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना को लेकर गोड़वाना समाज और गांव वालों के बीच कहासुनी हो गई थी. पुलिस और प्रशासन की टीम ने दोनों पक्षों को समझाया. दोनों पक्षों की सहमति से मंदिर परिसर में दुर्गा की मूर्ति की स्थापना हो रही है. शुरुआत में विवाद की स्थिति बनी थी. हालांकि बाद में सब नॉर्मल हो गया. -विकास बघेल, एसएसपी, कवर्धा
ऐसे हुई विवाद की शुरुआत: दरअसल, नवरात्रि के पहले दिन गांव वालों ने मंदिर परिसर में मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना करने की तैयारी की. इसी दौरान आदिवासी समाज के लोग मंदिर पहुंचे और दुर्गा स्थापना को लेकर दोनों पक्षों में कहा-सुनी हुई. इसके बाद एक पक्ष ने मंदिर परिसर के गेट में ताला लगा दिया, जिससे गांव में फिर से तनाव की स्थिति बन गई. प्रशासन को सूचना मिलते ही मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को भेजा गया. पुलिस के आला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया, जिसके बाद पुलिस ने परिसर का ताला खोला और मूर्ति की स्थापना करवाई.