ETV Bharat / state

नवरात्र के पहले दिन ही मैहर में भक्तों का सैलाब, यहां आप भी करें मां शारदा के अद्भुत दर्शन - Shardiya Navratri 2024

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

शारदीय नवरात्र के पहले दिन ही मैहर में विराजी शारदा मां के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. मां के अद्भुत स्वरूप के दर्शन कर भक्त भावविभोर हो गए.

Shardiya Navratri 2024
शारदा मां के दर्शन करने उमड़े भक्त (ETV BHARAT)

मैहर। नवरात्र के पहले दिन ही मैहर की छठा बिल्कुल निराली दिखी. मां शारदा मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्तों की संख्या को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी की जा रही है. इसके साथ ही जिला प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए अनेक इंतजाम किए हैं.

600 मीटर ऊंचाई, पहाड़ी पर मां का मंदिर

मैहर जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर त्रिकूट पर्वत पर माता शारदा देवी का वास है. मां शारदा देवी का मंदिर पर्वत की चोटी के मध्य में है. देशभर में माता शारदा का अकेला मंदिर मैहर में है. इसी पर्वत की चोटी पर माता के साथ ही श्री काल भैरवी, हनुमान जी, देवी काली, दुर्गा, श्री गौरी शंकर, शेष नाग, फूलमती माता, ब्रह्मदेव और जलापा देवी की भी पूजा की जाती है. मां शारदा के मंदिर मे देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में भक्त आते हैं. यहां पहाड़ी पर 600 मीटर की उंचाई पर मां शारदा का भव्य मंदिर है. मंदिर तक जाने के लिये 1080 सीढ़ियां हैं. साथ ही रोपवे से 170 रुपए की टिकट लेकर आने-जाने की सुविधा उपलब्ध है.

नवरात्र के पहले दिन मैहर में भक्तों का सैलाब (ETV BHARAT)

मां शारदा की प्रथम पूजा करते हैं आल्हा

मां शारदा मंदिर का अस्तित्व छठी शताब्दी में मिलता है. सन् 1918 में यह मंदिर छोटा सा था. मंदिर में आने-जाने के लिये पहाड़ी से दुर्गम रास्ते से आना-जाना होता था. सन् 1951 में इस मंदिर में सीढ़ियों का निर्माण हुआ. यहां नवरात्रि पर मेला लगता है. ऐसा माना जाता है कि मां के दरबार में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. किवदंतियों के अनुसार आज भी मां शारदा के परम भक्त आल्हा मां के प्रथम दर्शन करते हैं और कमल के ताजे फूल मां के चरणों में अर्पित करते हैं.

ये खबरें भी पढ़ें...

मैहर वाली मैया की अनसुलझी पहेली, 50 साल से जल रही अखंड ज्योत, कौन कर रहा मां शारदा का पूजन

मैहर के इस गांव में आज भी चलता है बापू का चरखा, अब विरासत बचाने की चुनौती

मैहर मेला के लिए 600 पुलिस वाले तैनात

मां शारदा के धाम में प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. मेले के शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली थी. नवरात्र में माता शारदा के दरबार मे लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा. ऐसे में व्यस्थाओ को दुरुस्त रखने के लिये प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं. इस बार यहां वीआईपी सिस्टम पर पूर्णतः रोक लगाई गई है. सभी को सामान्य तौर पर ही दर्शन करने होंगे. इसके साथ ही मेला क्षेत्र में वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. मंदिर तक पहुंचने के लिए ई-रिक्शा की सुविधा मिलेगी. वहीं, नवरात्र के लिए मैहर में 600 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी. मैहर एसपी सुधीर अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं.

मैहर। नवरात्र के पहले दिन ही मैहर की छठा बिल्कुल निराली दिखी. मां शारदा मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्तों की संख्या को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी की जा रही है. इसके साथ ही जिला प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए अनेक इंतजाम किए हैं.

600 मीटर ऊंचाई, पहाड़ी पर मां का मंदिर

मैहर जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर त्रिकूट पर्वत पर माता शारदा देवी का वास है. मां शारदा देवी का मंदिर पर्वत की चोटी के मध्य में है. देशभर में माता शारदा का अकेला मंदिर मैहर में है. इसी पर्वत की चोटी पर माता के साथ ही श्री काल भैरवी, हनुमान जी, देवी काली, दुर्गा, श्री गौरी शंकर, शेष नाग, फूलमती माता, ब्रह्मदेव और जलापा देवी की भी पूजा की जाती है. मां शारदा के मंदिर मे देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में भक्त आते हैं. यहां पहाड़ी पर 600 मीटर की उंचाई पर मां शारदा का भव्य मंदिर है. मंदिर तक जाने के लिये 1080 सीढ़ियां हैं. साथ ही रोपवे से 170 रुपए की टिकट लेकर आने-जाने की सुविधा उपलब्ध है.

नवरात्र के पहले दिन मैहर में भक्तों का सैलाब (ETV BHARAT)

मां शारदा की प्रथम पूजा करते हैं आल्हा

मां शारदा मंदिर का अस्तित्व छठी शताब्दी में मिलता है. सन् 1918 में यह मंदिर छोटा सा था. मंदिर में आने-जाने के लिये पहाड़ी से दुर्गम रास्ते से आना-जाना होता था. सन् 1951 में इस मंदिर में सीढ़ियों का निर्माण हुआ. यहां नवरात्रि पर मेला लगता है. ऐसा माना जाता है कि मां के दरबार में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. किवदंतियों के अनुसार आज भी मां शारदा के परम भक्त आल्हा मां के प्रथम दर्शन करते हैं और कमल के ताजे फूल मां के चरणों में अर्पित करते हैं.

ये खबरें भी पढ़ें...

मैहर वाली मैया की अनसुलझी पहेली, 50 साल से जल रही अखंड ज्योत, कौन कर रहा मां शारदा का पूजन

मैहर के इस गांव में आज भी चलता है बापू का चरखा, अब विरासत बचाने की चुनौती

मैहर मेला के लिए 600 पुलिस वाले तैनात

मां शारदा के धाम में प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. मेले के शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली थी. नवरात्र में माता शारदा के दरबार मे लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा. ऐसे में व्यस्थाओ को दुरुस्त रखने के लिये प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं. इस बार यहां वीआईपी सिस्टम पर पूर्णतः रोक लगाई गई है. सभी को सामान्य तौर पर ही दर्शन करने होंगे. इसके साथ ही मेला क्षेत्र में वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. मंदिर तक पहुंचने के लिए ई-रिक्शा की सुविधा मिलेगी. वहीं, नवरात्र के लिए मैहर में 600 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी. मैहर एसपी सुधीर अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.