नई दिल्ली: ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए नंगे पाव पद यात्रा कर रहे हैं ये यात्रा गोवर्धन से दिल्ली के बीच की जा रही है. उनकी इस पदयात्रा ने मंगलवार को दिल्ली बदरपुर के रास्ते प्रवेश किया और यही पर रात्रि विश्राम किया गया. रात्रि विश्राम के बाद फिर ये पदयात्रा बुधवार को संसद के लिए प्रस्थान कर चुकी हैं.
यात्रा में शंकराचार्य अपने अनुयायियों के साथ पैदल चलते हुए संसद की तरफ बढ़ रहे हैं. उनकी ये पदयात्रा गुरुवार को संसद पहुंचेगी. शंकराचार्य अपने अनुयायियों और भक्तों के साथ गोवर्धन से दिल्ली के बीच नंगे पांव पदयात्रा कर रहे हैं. पदयात्रा के जरिए सरकार से मांग की जा रही है कि गौ माता को राष्ट्रीय माता बनाया जाए और गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाया जाए.
बुधवार सुबह उनकी पदयात्रा दिल्ली के बदरपुर से शुरू हुई है जो दिल्ली के आश्रम तक पहुंची और फिर आश्रम में रात्रि विश्राम के बाद बुधवार सुबह फिर शुरू हो गई. उनकी पदयात्रा के दौरान दिल्ली पुलिस की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई गई है. पदयात्रा के आगे-पीछे पुलिसकर्मी चलते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि पुलिस अधिकारी मंगलवार शाम को शंकराचार्य के अनुयायियों से मिले थे और कहा था कि यात्रा करने की अनुमति दिल्ली में नहीं है, लेकिन बुधवार सुबह से यात्रा जारी है.
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शंकराचार्य ने कहा हैं की हमने भारत के निर्वाचन आयोग में पंजीकृत दलों को पत्र लिखकर गौ माता को राष्ट्र माता बनाने और गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इसके बाद वे पार्टियों की सूची जारी करेंगे जो दल इस मांग को मानेंगे. उनको भाई दल के सूची में रखेंगे और जो दल इस मांग को नहीं मांगेंगे उनको कसाई दल की सूची में रखेंगे और सनातनियों से कसाई दल को वोट न देने की अपील करेंगे.