शाजापुर: जिले के मक्सी में रविवार को अचानक नर्मदा पाइप लाइन फूटने से किसान का खेत छोटे तालाब में तब्दील हो गया. करीब डेढ घंटे तक नर्मदा लाइन से पानी निकलता रहा. जिसके कारण काला भाटा क्षेत्र के किसान की करीब सात बीघा में खड़ी फसल पूरी तरह चौपट हो गई. इसके साथ ही लाइन में अधिक प्रेशर होने के कारण खेत की मिट्टी कट गई और गड्ढा निर्मित हो गया. लाइन फूटने से योजना से जुडे़ अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खडे़ हुए हैं.
नर्मदा परियोजना की लाइन फूटी
विगत दिनों मक्सी क्षेत्र में नर्मदा पाइप लाइन से किसानों को पानी दिए जाने का कार्य शुरू किया गया था, जिससे किसान काफी खुश थे. लेकिन किसानों की खुशी ज्यादा दिन तक उनके चेहरे पर टिक नहीं सकी. दरअसल, रविवार को मक्सी कालाभाटा क्षेत्र में नर्मदा परियोजना की लाइन फूट गई, जिसके कारण किसान कमल सिंह की 7 बीघा में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा. वहीं, मिट्टी कटाव के कारण खेत में बड़ा गड्ढा भी निर्मित हो गया.
सड़कें हुई जलमग्न, फसल नष्ट
किसान कमल सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि, ''लाइन फूटने की जानकारी परियोजना के अधिकारियों को तत्काल दी गई थी. लेकिन करीब डेढ घंटे तक लाइन बंद नहीं की गई, जिसके कारण प्रेशर के साथ पानी निकलता रहा, और कालाभाटा क्षेत्र में सड़कें जलमग्र हो गई.'' कालाभाटा क्षेत्र के किसान कमल सिंह की करीब सात बीघा गेहूं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई. अब ऐसे में सवाल उठता है कि किसान की फसल की भरपाई कौन करेगा.
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अधिकारी ने कही नुकसान के भरपाई की बात
इस मामले में जब नर्मदा परियोजना के अधिकारी इंद्रजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने दबी जुबान में कहा कि, ''टेस्टिंग के समय ऐसा होता है. लाइन लीकेज की सूचना मिलते ही वाल बंद करवा दिया गया था. जहां से लाइन लीके हुई है वहां रिपेयरिंग का कार्य किया जाएगा. किसान के नुकसान की भरपाई के लिए प्रोसेस की जाएगी.'' उन्होंने स्पष्ट रूप से नहीं कहा कि किसान के नुकसान की भरपाई होगी या नहीं.