WHEAT PRICE HIKE: थाली में अगर रोटी ना हो तो थाली अधूरी सी लगती है, क्योंकि ज्यादातर लोगों के प्रमुख आहार में से एक रोटी है. वो भी गेहूं की रोटी तो लोग हर दिन खाते हैं, डॉक्टर हो या डाइटिशियन हर कोई गेहूं की रोटी खाने की सलाह देता है. जिस तरह से गेहूं और आटे पर महंगाई की मार पड़ रही है. उसने अब थालियों से रोटियां ही गायब कर दी है.
थाली से गायब हो रही रोटी
प्रकाश द्विवेदी का काम ही ऐसा है कि वह कई बार घर से खाना खाकर नहीं निकल पाते हैं. अक्सर ही उन्हें होटल पर खाना खाने जाना पड़ता है. खाने में उन्हें रोटियां बहुत पसंद है, लेकिन इन दिनों उनके भी पसीने छूट रहे हैं. उनका कहना है कि पहले तो रोटियां कुछ सस्ती मिल जाती थी. जितनी रोटी खाना हो खाओ, लेकिन अब ₹20 की एक रोटी मिलती है. आप खुद बताइए रोटी खाकर पेट भरना भी इतना सस्ता नहीं रहा, प्रकाश द्विवेदी कहते हैं कि अब उन्हें लगता है की रोटियां खाना कम करना पड़ेगा, क्योंकि इतनी महंगी रोटियां तो हर दिन वो कैसे डिजर्व कर पाएंगे."
होटलों में 20 रुपए में मिल रही एक रोटी
दरअसल गेहूं और आटा के दाम जिस तरह से पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उसके बाद से होटल में मिलने वाली रोटियों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं. कुछ होटल संचालकों से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि आप गेहूं की तवा रोटी खाएं या फिर तंदूरी रोटी खाएं, दोनों की कीमत एक ही है. एक रोटी की कीमत आपको ₹20 चुकानी ही पड़ेगी, क्योंकि अगर वो इतने में एक रोटी नहीं बेचेंगे, तो फिर उनका नुकसान होगा. लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि आटा और गेहूं के दाम काफी बढ़े हुए हैं.
गेहूं, आटा सभी के दाम बढ़े
पूजा ट्रेडर्स के गौरव जेठानी थोक रेट पर अनाज बेचते हैं. उनसे जब हमने पूछा कि गेहूं के दाम कितने हैं, तो उन्होंने बताया कि "सबसे अच्छी क्वालिटी का गेहूं अगर आप खरीदेंगे, जो पूरी तरह से साफ है. वह 38 रुपए का आपको एक किलो मिलेगा. अगर हर तरह की क्वालिटी की बात करें, तो एक एवरेज रेट लगाएं तो 32 से ₹34 प्रति किलो तक गेहूं आपको मिलेंगे. जब हमने एक किराना व्यापारी से जो कि खुदरा व्यापार करते हैं. अभिषेक गुप्ता से बात की कि आप गेहूं क्या रेट बेचते हैं, तो उनका कहना था कि उनके यहां ₹40 प्रति किलो से शुरुआत है. फिर जैसे-जैसे क्वालिटी बढ़ती जाएगी, गेहूं के दाम भी बढ़ते जाएंगे.
शहडोल के सूर्या मार्ट के शशांक जैन से जब आटा के दाम के बारे में बात की तो उनका कहना था "अलग-अलग क्वालिटी के गेहूं के आटा के दाम अलग-अलग हैं. एक तरह से अगर आप एवरेज रेट लगाते हैं तो ₹40 से लेकर के ₹50 किलो तक के आटा प्रति किलो की दर से आ रहे हैं. अभी गेहूं के आटा के दाम कम होने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं, क्योंकि अभी आउट सीजन चल रहा है. शादी का भी सीजन चल रहा है. शादियों में आटा की खपत बहुत ज्यादा है, क्योंकि खाने के सबसे मुख्य आहार में गेहूं की रोटी ही है. गेहूं के आटा से बहुत सारे व्यंजन भी तैयार होते हैं. जब तक नया गेहूं नहीं आ जाएगा, तब तक दाम घटने के आसार नहीं है, क्योंकि ऐसा लगता है कि अभी गेहूं के रेट डाउन नहीं होंगे.
शादी ब्याह में महंगाई की मार
दिसंबर का महीना चल रहा है. अभी खरमास लगने में कुछ दिन बाकी है. हर दिन शादी-ब्याह हो रहे हैं. भारतीय परंपरा के अनुसार भोजन में रोटी एक मुख्य आहार है. पहले से ही दाल, सब्जी और मसाले सभी के दाम बढ़े हुए हैं, लेकिन अब गेहूं और उसके आटा का दाम बढ़ जाने के बाद से लोगों का हाल बेहाल है. यह हर तरह के कार्यक्रम में कंपलसरी रहता है.