शहडोल। रणजी ट्रॉफी में पिछले कुछ साल से मध्य प्रदेश की टीम लगातार कमाल कर रही है. एक बार फिर से मध्य प्रदेश की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है. 2 मार्च से मध्य प्रदेश का सेमीफाइनल में मुकाबला विदर्भ की टीम से होना है, मौजूदा टूर्नामेंट में भी मध्य प्रदेश की टीम से दो युवा सितारों ने कमाल का प्रदर्शन किया है. ये दोनों खिलाड़ी शहडोल से क्रिकेट की एबीसीडी सीख कर निकले हैं, और अब मध्य प्रदेश की टीम से कमाल कर रहे हैं. एक अपनी फिरकी का जादू बिखेर रहा है, तो दूसरा विकेट कीपिंग और बल्ले से कमाल कर रहा है. सेमीफाइनल में भी एमपी की टीम को अपने इन दो खिलाड़ियों से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी.
रणजी का रण, पहला सेमीफाइनल
मौजूदा रणजी सीजन का पहला सेमीफाइनल मुकाबला मध्य प्रदेश और विदर्भ की टीम के बीच खेला जाएगा, यह मैच नागपुर के मैदान में होगा. 2 मार्च से 6 मार्च तक ये मुकाबला खेला जाना है, जिस पर सबकी नजर रहेगी. क्योंकि जो भी टीम जीतेगी, वो फाइनल में जगह बना लेगी. ऐसे में एक बार फिर से मध्य प्रदेश की टीम से कमाल के प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी, क्योंकि पिछले कुछ साल से कोच चंद्रकांत पंडित की देखरेख में मध्य प्रदेश की टीम दमदार प्रदर्शन कर रही है. क्योंकि अब इस टीम में प्रदेश के छोटे-छोटे जिले से भी कई ऐसे यंग प्लेयर निकल कर आए हैं, जो अब टीम के लिए ट्रंप कार्ड बन चुके हैं.
रणजी का रण, दो युवा खिलाड़ी बने ट्रंपकार्ड
मध्य प्रदेश की टीम जब रणजी का सेमीफाइनल मैच खेलने नागपुर के मैदान में उतरेगी तो सब की नजर मध्य प्रदेश की टीम से इन दो युवा खिलाड़ियों पर भी रहेगी. क्योंकि यह दोनों ही युवा खिलाड़ी टीम के लिए ट्रंप कार्ड भी हैं, ये दोनों युवा खिलाड़ी छोटी जगह से खेल कर बाहर निकले हैं. हम बात कर रहे हैं विकेटकीपर बल्लेबाज हिमांशु मंत्री और फिरकी गेंदबाज कुमार कार्तिकेय की. पिछले कुछ साल से यह दोनों ही खिलाड़ी मध्य प्रदेश की टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं.
हिमांशु मंत्री का रिपोर्ट कार्ड
हिमांशु मंत्री की बात करें तो मध्य प्रदेश की ओर से वेंकटेश अय्यर के बाद हिमांशु मंत्री ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. मौजूदा रणजी सीजन में वेंकटेश अय्यर ने जहां 7 मैच में 528 रन बनाए हैं, तो हिमांशु मंत्री ने 7 मैच में 42.75 की औसत से 513 रन बनाए हैं. हिमांशु ने इस दौरान दो शतक भी लगाए हैं, और दो अर्धशतक भी जड़े हैं. हिमांशु मंत्री कमाल के फॉर्म में चल रहे हैं, और सेमीफाइनल में भी इनसे बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी. अगर टीम सेमीफाइनल तक पहुंची है, तो हिमांशु मंत्री के खेल का भी इसमें अहम योगदान है.
कार्तिकेय दिखा रहे गजब का खेल
कुमार कार्तिकेय की बात करें तो उन्होंने गजब की गेंदबाजी की है. कुमार कार्तिकेय ने आठ मैच मौजूदा रणजी सीजन में खेले हैं और मध्य प्रदेश की टीम की ओर से सबसे ज्यादा 38 विकेट निकाले हैं. अब सेमीफाइनल में इस गेंदबाज पर भी नजर रहेगी, क्योंकि मध्य प्रदेश का मैच विनिंग गेंदबाज अब कुमार कार्तिकेय बन चुके हैं. हिमांशु मंत्री और कुमार कार्तिकेय दोनों ही खिलाड़ी टीम के लिए ट्रंप कार्ड भी हैं. सेमीफाइनल मुकाबले में इन दोनों ही युवा खिलाड़ियों से सभी को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
यहां से सीखी क्रिकेट की एबीसीडी
हिमांशु मंत्री और कुमार कार्तिकेय दोनों ही खिलाड़ी इन दिनों मध्य प्रदेश की रणजी टीम में सुर्खियों में बने हुए हैं. या यूं कहें कि टीम की जान हैं. टीम के लिए ट्रंप कार्ड भी बने हुए हैं, और पिछले कुछ साल से टीम की प्लेइंग इलेवन में भी लगातार बने रहते हैं. हिमांशु मंत्री और कुमार कार्तिकेय दोनों ही खिलाड़ी युवा हैं, और दोनों मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल इलाके शहडोल जिले से क्रिकेट की एबीसीडी सीख कर वहां तक पहुंचे हैं. शुरुआती क्रिकेट इन्होंने शहडोल से ही सीखा है और यहीं से सीखकर अब वो रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं.
रणजी का रण, क्वार्टरफाइनल में प्रदर्शन
मौजूदा रणजी सीजन में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश का मुकाबला आंध्र प्रदेश की टीम के साथ था. जहां मध्य प्रदेश की टीम ने एक रोमांचक मैच में आंध्र प्रदेश को चार रन से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. मध्य प्रदेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 234 रन पर मध्य प्रदेश की पहली पारी सिमट गई. मध्य प्रदेश की पहली पारी में सबसे ज्यादा रन यश दुबे ने 64 रन बनाए तो एमपी की टीम से शहडोल के रहने वाले हिमांशु मंत्री ने भी 49 रन की पारी खेली. 234 रन के जवाब में आंध्र प्रदेश की पहली पारी 172 रन पर ही सिमट गई.
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कोच के आने के बाद बदल गई टीम
मध्य प्रदेश की रणजी टीम अपने नए कोच चंद्रकांत पंडित के आने के बाद से पूरी तरह से बदल गई है. अब इस टीम में एक से एक धुरंधर खिलाड़ी देखने को मिल रहे हैं. जब चंद्रकांत पंडित मध्य प्रदेश रणजी टीम के कोच बने तो मध्य प्रदेश की टीम चैंपियन भी बनी और इतिहास भी बनाया. जब चंद्रकांत पंडित मध्य प्रदेश रणजी टीम के कोच बने तो प्रदेश की छोटी-छोटी जगह से युवा खिलाड़ियों को मौके मिलने शुरू हो गए. कई ऐसे युवा खिलाड़ी उबर कर सामने आए जो मध्य प्रदेश की रणजी टीम की रीढ़ बने हुए हैं. मध्य प्रदेश की टीम कमाल का प्रदर्शन करने में भी कामयाब हो रही है. उम्मीद है कि मध्य प्रदेश की टीम सेमीफाइनल मुकाबला जीत कर फाइनल में भी जगह बनाने में कामयाब हो जाएगी.