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किसान स्मार्टफोन से शुरु हुई स्मार्ट खेती, एक फोटो ले चुटकियों में बढ़ाता है फसल की पैदावार - NPSS App For Farmers

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 13, 2024, 10:56 AM IST

Updated : Sep 13, 2024, 11:16 AM IST

स्मार्टफोन वाले किसानों के लिए ये खबर बड़े काम की है. किसानों के लिए एक ऐसा ऐप आ गया है जिससे किसान अपनी फसलों में लगने वाले कीड़े और दूसरी कई समस्याओं का हल जान सकते हैं. बस एक फोटो खींचते ही किसान की हर समस्या का समाधान ये ऐप कर देगा.

NPSS App For Farmers
किसानों के लिए बड़े काम का ऐप (ETV Bharat)

NPSS App For Farmers: डिजिटल जमाने में हर कोई डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में स्मार्टफोन के इस जमाने में किसानों को भी स्मार्ट सुविधा देने की शुरुआत भी हो चुकी है. अब इसी शुरुआत में किसानों के लिए भी एक ऐसा ऐप तैयार किया गया है जो सिर्फ फोटो खींचते ही हर समस्या का समाधान कर देगा. अब किसानों को अपनी फसलों में कीट व्याधि रोग के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.

इस ऐप से किसानों को मिलेगी फसलों में लगने वाले कीट संक्रमण की जानकारी (ETV Bharat)

किसानों के काम का ऐप

केंद्रीय एकीकृतनाशी जीव प्रबंधन विभाग भारत सरकार केंद्र मुरैना के कार्यालय प्रभारी सुनीत कुमार कटियार बताते हैं "कि भारत सरकार कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और आईसीआर के कोलैबोरेशन से एक ऐप बनाया गया है. राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम) ये ऐप है. इसे प्ले स्टोर में जाकर के एनपीएसएस (NPSS) जब टाइप कर देंगे तो ये आ जाएगा. ये ऐप किसानों के बड़े काम का है क्योंकि किसानों के फसलों की हर समस्या का समाधान तुरंत करेगा."

NPSS ऐप का ऐसे करें इस्तेमाल

केंद्रीय एकीकृतनाशी जीव प्रबंधन प्रभारी सुनीत कुमार कटियार बताते हैं कि "इसे डाउनलोड करने के बाद किसानों के लिए इसमें दो तरह के ऑप्शन आते हैं. हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में दिया गया है और क्षेत्रीय भाषाओं में भी जल्द ही लॉन्च होने वाला है. इसमें 61 फसलें हैं जिसमें कीट व्याधि की हम पहचान कर सकते हैं. अगर हम उस ऐप को प्ले स्टोर से जाकर डाउनलोड करते हैं, तो उसमें डाउनलोड करने के बाद तीन चीज आती हैं. एक तो कीट निगरानी आती है, एक कीट का सर्विलांस आता है, और तीसरा सलाह आती है."

यदि कीट निगरानी, कीट पहचान के लिए अगर आप ऐप पर जाते हैं, तो ऐप पर फोटो का ऑप्शन आता है. पहचान के लिए जैसे ही पहचान में क्लिक करते तो वहां तीन ऑप्शन आते हैं कैमरा में आपका फोटो है या कैमरा से आप खींचना चाहते हैं, या रद्द करें तो अगर आप फील्ड पर हैं तो तुरंत खींच सकते हैं. इसके बाद वो तुरंत ये बताता कि क्या इसमें प्रबंधन है, ये कीड़ा क्या है, फिर उसमें कीड़े के सिम्टम्स भी बताता है. सिम्टम्स बताने के साथ ही साथ वो उसका प्रबंधन भी बताता है.

एक फोटो से समस्या का समाधान

जीव प्रबंधन विभाग प्रभारी सुनीत कुमार कटियार बताते हैं कि "किसान को पता ही नहीं है कि क्या कीड़ा है, क्या बीमारी है, क्या ये मित्र कीट है. पहले वो जैसे ही फोटो खींचता है तो उसे तुरंत पता चलता है यह कीड़ा है बीमारी है या मित्र कीट है, जैसे ही उसको यह पता चल जाता है कि यह कीड़ा बीमारी या फिर मित्र कीट है. उसके बाद अपनी इनफॉरमेशन अगर वो चाहे तो सरकार तक सूचना पहुंचाना चाहते हैं तो दे सकता है."

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एग्रीकल्चर फंक्शनरीज के लिये भी ऑप्शन

इस ऐप में एग्रीकल्चर फंक्शनरी के लिये भी ऑप्शन दिया हुआ है, क्योंकि ये एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर काम करता है. इसलिए केवल कीड़ा बीमारी की स्पेसिफिक फोटो ही लेना है. इस एप के माध्यम से साइट पर जाकर हम एडवाइजरी इशू करते हैं और साथ ही साथ कम समय में बहुत ही क्विक रिजल्ट भी देखने को मिलता है. किसान तुरंत एडवाइजरी भी पा लेता है.
अगर किसान इस एप को चलाना जानते हैं, तो किसान को किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है. किसान खुद अपने खेत में खड़े होकर फसल की समस्या का समाधान कर सकते हैं.

NPSS App For Farmers: डिजिटल जमाने में हर कोई डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में स्मार्टफोन के इस जमाने में किसानों को भी स्मार्ट सुविधा देने की शुरुआत भी हो चुकी है. अब इसी शुरुआत में किसानों के लिए भी एक ऐसा ऐप तैयार किया गया है जो सिर्फ फोटो खींचते ही हर समस्या का समाधान कर देगा. अब किसानों को अपनी फसलों में कीट व्याधि रोग के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.

इस ऐप से किसानों को मिलेगी फसलों में लगने वाले कीट संक्रमण की जानकारी (ETV Bharat)

किसानों के काम का ऐप

केंद्रीय एकीकृतनाशी जीव प्रबंधन विभाग भारत सरकार केंद्र मुरैना के कार्यालय प्रभारी सुनीत कुमार कटियार बताते हैं "कि भारत सरकार कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और आईसीआर के कोलैबोरेशन से एक ऐप बनाया गया है. राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम) ये ऐप है. इसे प्ले स्टोर में जाकर के एनपीएसएस (NPSS) जब टाइप कर देंगे तो ये आ जाएगा. ये ऐप किसानों के बड़े काम का है क्योंकि किसानों के फसलों की हर समस्या का समाधान तुरंत करेगा."

NPSS ऐप का ऐसे करें इस्तेमाल

केंद्रीय एकीकृतनाशी जीव प्रबंधन प्रभारी सुनीत कुमार कटियार बताते हैं कि "इसे डाउनलोड करने के बाद किसानों के लिए इसमें दो तरह के ऑप्शन आते हैं. हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में दिया गया है और क्षेत्रीय भाषाओं में भी जल्द ही लॉन्च होने वाला है. इसमें 61 फसलें हैं जिसमें कीट व्याधि की हम पहचान कर सकते हैं. अगर हम उस ऐप को प्ले स्टोर से जाकर डाउनलोड करते हैं, तो उसमें डाउनलोड करने के बाद तीन चीज आती हैं. एक तो कीट निगरानी आती है, एक कीट का सर्विलांस आता है, और तीसरा सलाह आती है."

यदि कीट निगरानी, कीट पहचान के लिए अगर आप ऐप पर जाते हैं, तो ऐप पर फोटो का ऑप्शन आता है. पहचान के लिए जैसे ही पहचान में क्लिक करते तो वहां तीन ऑप्शन आते हैं कैमरा में आपका फोटो है या कैमरा से आप खींचना चाहते हैं, या रद्द करें तो अगर आप फील्ड पर हैं तो तुरंत खींच सकते हैं. इसके बाद वो तुरंत ये बताता कि क्या इसमें प्रबंधन है, ये कीड़ा क्या है, फिर उसमें कीड़े के सिम्टम्स भी बताता है. सिम्टम्स बताने के साथ ही साथ वो उसका प्रबंधन भी बताता है.

एक फोटो से समस्या का समाधान

जीव प्रबंधन विभाग प्रभारी सुनीत कुमार कटियार बताते हैं कि "किसान को पता ही नहीं है कि क्या कीड़ा है, क्या बीमारी है, क्या ये मित्र कीट है. पहले वो जैसे ही फोटो खींचता है तो उसे तुरंत पता चलता है यह कीड़ा है बीमारी है या मित्र कीट है, जैसे ही उसको यह पता चल जाता है कि यह कीड़ा बीमारी या फिर मित्र कीट है. उसके बाद अपनी इनफॉरमेशन अगर वो चाहे तो सरकार तक सूचना पहुंचाना चाहते हैं तो दे सकता है."

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एग्रीकल्चर फंक्शनरीज के लिये भी ऑप्शन

इस ऐप में एग्रीकल्चर फंक्शनरी के लिये भी ऑप्शन दिया हुआ है, क्योंकि ये एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर काम करता है. इसलिए केवल कीड़ा बीमारी की स्पेसिफिक फोटो ही लेना है. इस एप के माध्यम से साइट पर जाकर हम एडवाइजरी इशू करते हैं और साथ ही साथ कम समय में बहुत ही क्विक रिजल्ट भी देखने को मिलता है. किसान तुरंत एडवाइजरी भी पा लेता है.
अगर किसान इस एप को चलाना जानते हैं, तो किसान को किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है. किसान खुद अपने खेत में खड़े होकर फसल की समस्या का समाधान कर सकते हैं.

Last Updated : Sep 13, 2024, 11:16 AM IST
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