शहडोल। जिला मुख्यालय में इन दिनों कृषि विभाग की ओर से कृषि विज्ञान मेले का आयोजन किया गया है. इस किसान विज्ञान मेले में वैसे तो तरह-तरह की कृषि से संबंधित जानकारी उत्पादन अभियंता की यंत्र सभी उपलब्ध है, लेकिन यहां पर एक मशीन ऐसी भी है, जो किसानों के उत्सुकता का बड़ा केंद्र बनी हुई है. उसके बारे में जानने के लिए किसान बड़े उत्सुक हैं. इस किसान कृषि विज्ञान मेले में जो कोई भी आ रहा है. उसे किसान की नजर सीधे उस मशीन पर ही टिक जा रही है. आखिर इस मशीन में ऐसी क्या है. खास बात यह है कि ये मशीन धान के किसानों के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी है.
पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन पर किसानों की नजर
शहडोल जिला आदिवासी बहुल जिला है. इस जिले में इन दिनो टेक्निकल जिला मुख्यालय के टेक्निकल मैदान में कृषि विज्ञान मेले का आयोजन कृषि विभाग की ओर से किया जा रहा है. जहां पर वैसे तो कई सारे यंत्र रखे हुए हैं, लेकिन इस विज्ञान मेले में पैडी ट्रांसप्लांटर एक मशीन रखी हुई है. जिस पर सब की नजर जा रही है. हर किसान इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक नजर आ रहा है. हर किसान इस पैडी ट्रांसप्लांटर की सारी जानकारी इकट्ठा कर लेना चाह रहा है. कृषि अधिकारियों की माने तो पैडी ट्रांसप्लांटर धान की खेती करने वाले किसानों के लिए बहुत ही काम की चीज है और बहुत ही उपयोगी है.
क्या काम है इसका
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरपी झरिया बताते हैं की पैडी ट्रांसप्लांटर आज के समय में धान के किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी है, क्योंकि बदलते वक्त के साथ अब मजदूरों की कमी होती जा रही है. आज भी शहडोल जिले में धान की खेती लगभग 165000 हेक्टेयर रखने में की जाती है. मतलब शहडोल जिले में सबसे ज्यादा बड़े रकबे में धान की खेती की जाती है. धान की खेती के लिए नर्सरी को ट्रांसप्लांट करना पड़ता है. यह बहुत जरूरी काम होता है. इसके लिए भी समय तय होता है.
पैडी ट्रांसप्लांटर यह एक रूप से लग्न की रोपाई की मशीन है. जिससे किसान आसानी से खेतों पर धान की रोपाई कर सकते हैं. लागत भी बचा सकते हैं और समय की भी बचत कर सकते हैं. समय से नर्सरी को ट्रांसप्लांट भी कर सकते हैं. कृषि अधिकारी की माने तो पैडी ट्रांसप्लांटर आज के समय में किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी मशीन है. इसके इस्तेमाल से न केवल किसान अपने उत्पादन को बढ़ा सकता है, बल्कि समय की भी बचत कर सकता है.
कितने पैसे में मिलेगा पैडी ट्रांसप्लांटर
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरपी झारिया बताते हैं की हमारे जिले में धान का रकबा लगभग एक लाख 65 हजार है. जिसमें अधिकांश किसान धान की रोपाई करते हैं. ऐसे किसानों के लिए ये पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन बहुत काम की है. इसका उपयोग किसान अच्छे तरीके से कर सकते हैं. इसमें धान की रोपाई भी नियम से होगी और इससे समय की बचत भी होगी. ये दो रेंज में किसानों को मिल सकते हैं, एक छोटा पैडी ट्रांसप्लांटर आता है. जिसकी कीमत साढ़े तीन लाख रुपए है. इसमें 50% तक अनुदान है. ये मशीन एक से डेढ़ घंटे में 1 एकड़ रकबे में धान रोपाई का काम कर सकता है. जिसमें चार से पांच लीटर के आसपास पेट्रोल का खर्च आता है. एक बड़ा पैडी ट्रांसप्लांटर भी आता है. धान रोपाई की ये बड़ी मशीन 13 लाख रुपए की है, जिसमें 5 लाख का सीधा-सीधा अनुदान है.
इसे खरीदने के लिए क्या करना होगा ?
किसान ऑन डिमांड अपनी इच्छा अनुसार इसकी मांग करके इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. जिला मुख्यालय में कृषि अभियांत्रिकी कार्यालय होते हैं. जहां किसान भाइयों के लिए ऐसे मशीनों की सारी सुविधाएं अवेलेबल है. किसान अपना नक्शा, खसरा और आवेदन पत्र के साथ वहां पहुंचे, जहां आसानी से उनका प्रोसेस करके उन्हें उपलब्ध करा दिया जाएगा.
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पैडी ट्रांसप्लांटर से रोपाई के फायदे
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरपी झारिया कहते हैं कि पैडी ट्रांसप्लांटर से धान रोपाई के कई फायदे हैं. इसमें धान की रोपाई लाइन से होती है. जिससे खरपतवार की निदाई गुड़ाई में आसानी होती है. फसल को हवा भी प्रॉपर मिलता है. फसल में दवा छिड़काव भी आसान होता है. पौधे मजबूत होते हैं, जिससे बालियां अच्छी आती हैं. फसल उत्पादन भी बढ़ जाता है. इतना ही नहीं लागत भी कम आती है. समय से फसल की रोपाई हो जाती है.