शहडोल। शहडोल जिले में पिछले कुछ सालों से जंगली हाथियों का आतंक लगातार देखने को मिल रहा है. कभी छत्तीसगढ़ तो कभी बांधवगढ़ से जंगली हाथी शहडोल जिले के गांवों में प्रवेश कर जाते हैं और वहां फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. तो कभी-कभी जान माल का भी नुकसान होता है. अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ से आए हाथियों के झुंड में से एक हाथी ने एक युवक को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था. अब एक बार फिर से 4 हाथियों का झुंड शहडोल जिले में दस्तक दे चुका है.
हाथियों ने फसलों को पहुंचाया नुकसान
शहडोल जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के खड़ौली गांव में हाथियों ने दस्तक दी है. बताया जा रहा है कि 4 जंगली हाथी झुंड में हैं, अभी ये नौढिया बीट में बताए जा रहे हैं जो किसानों की खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीती रात खड़ौली गांव में ये हाथी बांधवगढ़ की सीमा को पार करते हुए ब्यौहारी पहुंच गए और आसपास के गांव में खेतों में लगी खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है.अपनी फसलों की देखरेख कर रहे किसानों की नजर जब जंगली हाथियों पर पड़ी तो वहां से सभी किसान भागे और मामले की जानकारी पुलिस और वन विभाग की टीम को दी. जिसके बाद जानकारी लगते ही वन विभाग और पुलिस की टीम अब जंगली हाथियों के इस झुंड के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है.
हाथियों के आने से किसान परेशान
बता दें की बांधवगढ़ और संजय गांधी टाइगर रिजर्व की सीमा जिले से लगी हुई है. यही वजह भी है कि जंगली जानवरों का शहडोल जिले में आना-जाना लगा रहता है. हाथियों के झुंड ने जिस तरह से दस्तक दी है और फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं उसके बाद से अब वहां के किसान भी चिंतित हैं क्योंकि उनके खेतों पर फसल खड़ी हुई है और ये हाथी अब फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
हाथियों की पसंद बांधवगढ़ के जंगल
दरअसल पिछले कुछ सालों से शहडोल जिले में हाथियों का मूवमेंट लगातार बना हुआ है और हाथियों के झुंड पहले छत्तीसगढ़ से आते थे और उसके बाद लगातार दो-तीन साल से वहां से हाथी शहडोल के रास्ते बांधवगढ़ चले जाते हैं और पिछले कुछ सालों से वो बांधवगढ़ के जंगलों में ही रहने लग गए हैं.
वन विभाग ने कराई मुनादी
इस मामले को लेकर वन विभाग और ब्यौहारी थाना क्षेत्र की पुलिस का कहना है कि बीती रात शनिवार को 4 हाथियों का एक दल जिले में घुसा है. जानकारी लगने के बाद टीम लगातार वहां पर नजर बनाए हुए है. हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. आसपास के क्षेत्र में मुनादी भी करा दी गई है और लोगों को जंगली हाथियों के क्षेत्र में जाने से मना किया गया है.