रांची: राजधानी रांची में बड़े पैमाने पर देह व्यापार चल रहा है. पिछले एक महीने के दौरान रांची पुलिस के द्वारा 25 से ज्यादा लड़कियों सहित 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जांच में यह बात सामने आई है कि राजधानी के कुछ होटल कारोबारियों के द्वारा जिस्मफरोशी के धंधे को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे होटल संचालक अब रांची पुलिस के रडार पर है.
बंगाल से मंगवाई जा रही लड़कियां
रांची के छोटे-छोटे होटलों में अनैतिक धंधा फल फूल रहा है. देह व्यापार के कारोबार को सुचारू रूप से चलने के लिए दर्जनों की संख्या में बंगाल से लड़कियों को मंगाया जा रहा है और उन्हें नई पहचान देकर जिस्मफरोशी करवाई जा रही है. रांची पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए है. रांची एससपी के अनुसार हाल के दिनों में रांची के आधा दर्जन होटलों में छापेमारी की गई थी, जिसमें सेक्स रैकेट का संचालन किया जा रहा था. अनैतिक कारोबार में जितनी भी लड़कियां पकड़ी गई हैं, उनमें से अधिकांश बंगाल की हैं. पूछताछ में सभी ने स्वीकार किया है कि उन्हें होटल कर्मचारियों के द्वारा ही रांची बुलाया जाता है, यहां तक की रहने के स्थान और ग्राहक तक होटल वाले ही उपलब्ध करवाते हैं.
नाम बदल कर देह व्यापार
पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि बंगाल से आई लड़कियों के वास्तविक नाम को बदल दिया जाता है. उन्हें नया नाम देकर उनसे देह व्यापार करवाया जाता है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब रांची पुलिस के छापेमारी में अलग-अलग होटलों से 150 से अधिक आधार कार्ड बरामद किए गए. रांची एससपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि बरामद सभी आधार कार्ड की जांच की जा रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि आधार कार्ड फर्जी है या फिर असली. अगर आधार कार्ड असली है तो उनका उपयोग किस काम के लिए किया जा रहा था, इन सब बातों की जांच की जा रही है.
गुप्त रजिस्टर के जरिये बुलाए जाते थे ग्राहक
एसएसपी के मुताबिक राजधानी रांची में कुछ होटल कारोबारियों के द्वारा बड़े ही संगठित तरीके से अनैतिक देह व्यापार करवाया जा रहा है. इसके लिए बाकायदा एक गुप्त रजिस्टर भी बनाया गया है. उस रजिस्टर में जो भी होटल में कस्टमर आता है उसका नाम पता कुछ भी नहीं लिखा जाता है, बल्कि सिर्फ टाइमिंग लिखी जाती है.
400 से 500 में कमरा, लड़कियां होटल में ही रखी जाती थीं
देह व्यापार करवाने के लिए बंगाल से आई लड़कियों को होटल में ही ठहराया जाता था. ग्राहक लाने का काम भी होटल के स्टाफ ही करते थे. 400 से 500 रुपये तक में ग्राहकों को कमरा एक घंटा के लिए उपलब्ध करवाया जाता था और फिर उनकी पसंद की लड़कियों को उसे कमरे में भेज दिया जाता था. लड़कियां होटल के अंदर ही रहती थी ऐसे में किसी को शक भी नहीं होता था, कितने बड़े पैमाने पर होटल पर जिस्मफरोशी का धंधा किया जा रहा है.
15 दिन बाद बदल दिया जाता था होटल
पुलिस से बचने के लिए लड़कियों को होटल में मात्र 15 दिन तक रखा जाता था, फिर उन्हें दूसरे होटल में भेज दिया जाता था. वहीं पूछताछ में लड़कियों ने यह भी बताया है कि वह एक महीने के लिए रांची आती हैं और होटल में ठहरकर देह व्यापार करती हैं. उसके बाद में वापस बंगाल लौट जाती हैं. कुछ दिन बाद दूसरी लड़कियां इसी काम के लिए रांची आती हैं और जब वह वापस जाती हैं तो फिर पहले आने वाली लड़कियां दोबारा रांची आती हैं.