वाराणसी: धर्मानगरी काशी का नाम आते ही मंदिर, घाट, ऐतिहासिक विरासतों की तस्वीर जहन में आती है. लोग इसे सिर्फ घाट व मंदिरों के लिए ही जानते हैं. बहुत कम ऐसे लोग हैं, जिन्हें पता है कि बनारस के आस-पास बेहद खूबसूरत प्राकृतिक झरने भी मौजूद हैं, जो बनारस के ट्रिप को और भी ज्यादा खास बना देते हैं. आज हम आपको वाराणसी मंडल के 7 ऐसे वाटरफॉल के बारे में बताएंगे, जहां यदि आप अपने बनारस ट्रिप में नहीं गए, तो संभवत आपकी बनारस की यात्रा अधूरी रह जाएगी.
जी हां बनारस मंडल में मौजूद चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र ऐसे प्राकृतिक सुंदरता के स्थान है. जहां पर आधा दर्जन से ज्यादा जलप्रपात यानी की झरने मौजूद है, जो पर्यटकों को खास पसंद आते हैं. यही नहीं बनारस से दो से तीन घंटे की दूरी में कार, बस, ट्रेन, प्राइवेट टैक्सी के जरिए कोई भी यात्री आसानी से पहुंच सकता है. सुबह से लेकर शाम तक इनका दीदार कर सकता है और इन झरनों के आसपास रुकने और खाने की भी बेहतर व्यवस्था है.
सात वाटरफॉल हैं आकर्षण का केंद्र
इस बारे में पर्यटन उपनिदेशक आर रावत बताते हैं कि, बनारस के आसपास कई ऐसे प्राकृतिक स्थान है, जहां पर पर्यटकों को जाना चाहिए. हम नई-नई सुविधाओं को भी विकसित कर रहे हैं, जिससे पर्यटक आसानी से इन स्थानों का भ्रमण कर अपनी यात्रा को और भी ज्यादा यादगार बन सके. इन प्राकृतिक स्थान में वाटरफॉल भी मौजूद हैं. बनारस के आसपास सात वाटरफॉल हैं, जिनमें राजदारी झरना, देवदारी, लखनिया दरी, मुख्का,विन्ध्म, टांडा फॉल, चुना दारी, देवनाथ दरी फॉल शामिल है. कोई भी पर्यटक 2 घंटे की यात्रा में इन स्थानों पर पहुंच सकता है.
राजदारी वाटरफॉल
यह मौसमी झरना है, इस वजह से मानसून के दौरान यह पर्यटकों के लिए बेहद आकर्षित करने वाला होता है. जब पानी की तेजधार होती है, तो इस वॉटरफॉल की खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाती है. यह बनारस के सटे चंदौली जिले में मौजूद है, जो बनारस कैंट रेलवे स्टेशन से महज 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
इस झरने की ऊंचाई 65 मीटर की है. यहां पर निःशुल्क प्रवेश की सुविधा है. सुबह 6 से शाम 5 बजे तक कोई भी यात्री बस, कार, टैक्सी के जरिए पहुंच सकता है. यहां पर पिकनिक स्पॉट भी डेवलप है, ट्रैकिंग की सुविधा भी मौजूद है. इसके साथ ही जंगल सफारी का भी आनंद यात्री ले सकते है. यदि यहां पहुंचने के समय की बात करें, तो लगभग 1 से 2 घंटे का समय लगता है.
देवदारी वाटरफॉल
यह राजदारी वॉटरफॉल से महज 700 मीटर की दूरी पर स्थित है. यहां पर्यटकों के लिए रहने की सुविधा नहीं है. यहां पर खानपान की सुविधा मौजूद है. यहां यात्रियों के लिए निःशुल्क प्रवेश है. यात्री सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक इस वॉटरफॉल का आनंद ले सकते हैं, राजदारी में रिसॉर्ट की सुविधा है, जहां पर यात्री रहने के साथ जंगल सफारी का आनंद के सकते है. साथ ही दोनों झरने देख सकते है.
लखनिया दरी वाटरफॉल
यह झरना शहर से 54 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह मिर्जापुर जिले में है. इसके आसपास मौजूद पहाड़ यात्रियों को और भी ज्यादा आकर्षित करते हैं. वीकेंड में बनारस के लोग यहां आकर के घूमना पसंद करते हैं. इसकी ऊंचाई 150 मीटर है. यह सुबह 5 बजे से शाम 5:00 बजे तक यात्रियों के लिए उपलब्ध रहता है. यहां मई से सितंबर माह के बीच जाया जाता है. यहां ट्रैकिंग की सुविधा यात्रियों को मिलती है. यहां प्रति व्यक्ति 50 रुपया शुल्क लिया जाता है. कैंट रेलवे स्टेशन से बस, कार,टैक्सी के जरिए कोई भी यात्री इस स्थान पर पहुंच सकता है.
विंडम फॉल
ये भी मिर्जापुर में मौजूद है. बनारस से लगभग 60 किलोमीटर इसकी दूरी है. यहां पर निःशुल्क प्रवेश की सुविधा है. इस वॉटरफॉल की ऊंचाई 58 मीटर है. यात्री यहां झरने के शानदार नजारे को कमरे में कैद कर सकते हैं. इसके साथ ही यहां मौजूद प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं. यहां पर बस, निजी कार, टैक्सी के जरिए एक से दो घंटे में पहुंचा जा सकता है.
सिद्धनाथ की दरी वाटरफॉल
कहते हैं यह वॉटरफॉल श्रद्धेय ऋषि के नाम पर रखा गया है. इस वॉटरफॉल की ऊंचाई 32 मीटर है. यह चुनार से लगभग 20 किलोमीटर और बनारस से 30 किलोमीटर की दूरी पर मिर्जापुर जिले में मौजूद है. यहां पर यात्री पिकनिक मना सकते हैं. रॉक पेंटिंग और नक्काशी को देख सकते हैं. यहां पर निःशुल्क प्रवेश की सुविधा मौजूद है.
चुना दारी झरना
ये झरना मिर्जापुर जिले के चुनार के जंगल महल में मौजूद है. इसकी ऊंचाई लगभग 50 मीटर है और सुबह से शाम यह यात्रियों के लिए उपलब्ध रहता है. यहां प्रवेश निःशुल्क मिलता है. बनारस से महज डेढ़ घंटे की दूरी पर यह मौजूद है. खास बात यह है कि यहां आस-पास मौजूद चट्टाने इस जगह की खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ाती है.
टांडा फॉल
टांडा फॉल पिकनिक के लिए बेस्ट जगह मानी जाती है. इसकी ऊंचाई महज 9 मीटर है. यहां निःशुल्क प्रवेश की सुविधा है. सुबह से शाम यात्री यहां पर आ सकते हैं. यहां की मनोरम तस्वीरों को कमरे में कैद कर सकते हैं. इसके साथ ही नीचे प्राकृतिक तालाब में डुबकी भी लगा सकते हैं. बनारस से इसकी दूरी 2 घंटे की है.
मुक्खा वाटरफॉल
यह वॉटरफॉल सबसे ज्यादा आकर्षक माना जाता है. यहां पर पर्यटकों को एकांत का एहसास होता है. यह सोनभद्र की वादियों में मौजूद है. बनारस से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर यह वॉटरफॉल है. मार्च से अक्टूबर के बीच में यहां पर जाया जाता है. 24 घंटे यात्री इस स्थान पर जा सकते हैं. यहां बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट माना जाता है.
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