मिर्जापुर: मझवां विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी प्रत्याशी की घोषणा होते ही निषाद पार्टी ने बगावत शुरू हो गया. निषाद पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रही पुष्पलता बिंद के पति हरिशंकर बिंद ने संजय निषाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, संजय निषाद ने टिकट देने के नाम पर शोषण किया. 6 महीने से धोखे में रखकर 15 लाख रुपये नगद ले लिया गया. जबकि टिकट फाइन होने पर 2 करोड़ रुपये का डिमांड था. इतना ही नहीं कार्यक्रम और विदाई के नाम पर अब तक 50 लाख रुपये से ज्यादा खर्च कराने की बात कही. साथ ही ऐलान भी किया कि, उपचुनाव में निषाद पार्टी और बीजेपी के प्रत्याशी का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा.
दरअसल मझवां विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए निषाद पार्टी दावेदारी कर रही थी. आखिरी वक्त में भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया और नामांकन भी कर दिया. जिसके बाद निषाद पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रही पुष्पालता बिंद बगावत शुरू कर दी है. पुष्प लता बिंद के पति हरिशंकर बिंद ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाते हुए कहा कि, संजय निषाद ने 10 लाख रुपये दिल्ली में बुलाकर लिया. इसके साथ ही पार्टी के आवेदन शुल्क के नाम पर पांच लाख रुपये नगद लिया गया. मिर्जापुर में जो कार्यक्रम होते थे और गाड़ियों से लेकर खाने पीने तक का खर्च उठना पड़ता था. निषाद पार्टी के जो पदाधिकारी आते थे 20,000 से लेकर 50,000 तक विदाई लेकर जाते थे. अब तक 50 लाख रुपए से ज्यादा कार्यक्रम और विदाई के नाम पर खर्च कर हो गया है.
हरिशंकर बिंद ने ऐलान किया कि, हमें बेवकूफ बना कर जो धोखा दिया है, उसका बदला हमारा समाज इनको चुनाव में लेगा. हम भी घर-घर जाकर अपने समाज से अपील करेंगे इनको धोखा दीजिए. निषाद पार्टी के लोग नामांकन के आखिरी दिन तक आश्वासन देने का काम रहे है. समय से बता देते तो बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी से टिकट मिल जाती.
बता दें कि मझवां विधानसभा से बीजेपी से पूर्व विधायक सुचिस्मिता मौर्य, समाजवादी पार्टी से डॉ. ज्योति बिंद और बहुजन समाज पार्टी से दीपक तिवारी ने नामांकन दाखिल कर दिया है. पुष्पलता बिंद वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं, 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा से चुनाव लड़ी थी. 52,990 वोट पाकर तीसरे नम्बर थी.
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