सराज: पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज के थुनाग में आपदा से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. ताकि, आपदा के समय जानमाल की क्षति होने से बचाया जा सके. मॉक ड्रिल के दौरान थुनाग में आई बाढ़ और भूस्खलन में 2 लोगों की जान चली गई. जबकि 6 लोग घायल हो गए. आपदा से बचाव के लिए सायरन बजते ही बिजली काट दी गई.
सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग में बाढ़, भूस्खलन, भूकंप और आपदा की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया. इस दौरान आपदा के वक्त किस तरह से उपकरणों का उपयोग किया जा सकता है, इसको लेकर मॉक ड्रिल किया गया. वहीं, मॉक ड्रिल के दौरान क्या-क्या कमियां पाई गई, उसको लेकर भी रिपोर्ट तैयार की गई है.

थुनाग प्रशासन ने विशेष रूप से पिछले साल 9 जुलाई 2023 को जिस नाले में बाढ़ आई थी और भारी मलबे की चपेट में दो मंजिला घर आया था, उस जगह मॉक ड्रिल आयोजित किया. उसी नाले में आए भूस्खलन और बाढ़ को लेकर राहत एवं बचाव कार्य किए गए.
शुक्रवार को सुबह 10:30 बजे से उपमंडल थुनाग में यह मॉक ड्रिल शुरू हुई. सुबह साढ़े दस बजे सायरन बजते ही आपदा से बचाव के लिए मॉक ड्रिल शुरू हुई. सायरन बजते ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची और दो मिनट के भीतर ही स्थानीय प्रशासन भी मौके पर पहुंचा.
थुनाग में बाढ़ की चपेट में लोगों के आने की स्थिति को दर्शाया गया. यहां पर जाटा के युवकों, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन ने मिलकर राहत बचाव कार्य किया. इस दौरान किस तरह से उपकरणों का इस्तेमाल इस आपदा की घड़ी में किया जा सकता है, इसको लेकर मॉक ड्रिल किया गया.

एसडीएम थुनाग ललित पोसवाल ने बताया कि थुनाग में ठीक उसी तरह भूस्खलन और बाढ़ स्थिति को दर्शाया गया है, जैसे पिछले जुलाई माह में आई आपदा के दौरान हुआ था. आपदा के समय किस तरह से बचाव एवं राहत कार्य किया जा सकता है, इसके लिए मॉक ड्रिल की गई.
उन्होंने कहा मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य है कि यदि आपदा आती है तो उस स्थिति से कैसे निपटा जा सकता है. किस तरह से आमजन को बाढ़, भूस्खलन और अन्य आपदा से बचाया जा सकता है. प्राकृतिक आपदा के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया है. ताकि आपदा के समय में कोई भी जानमाल की हानि ना हो. इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग ने विस्तार से जानकारी दी.
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