सिवनी: जिले में लगातार खूंखार हो रहे बाघों के हमले जारी हैं. इसी बात से गुस्साए ग्रामीणों ने अब वन विभाग की टीम पर ही हमला करना शुरू कर दिया है. जिसके चलते खवासा रेंज के फॉरेस्ट रेंजर सहित पुलिस की गाड़ी पर ग्रामीणों ने हमला कर आक्रोश जताया. हमले में अधिकारी बुरी तरह घायल हो गए.
बाघ ने किया व्यक्ति का शिकार, अधिकारी पर ग्रामीणों का हमला
पेंच नेशनल पार्क के खवासा के पास बावली गांव का एक व्यक्ति तुलसीराम भलावी जंगल में मवेशी चराने गया था. इसी दौरान बाघ ने उस पर हमला कर दिया. हमले में तुलसीराम भलावी की मौत हो गई थी. घटना के बाद मुआवजा की राशि का चेक लेकर मौके पर पहुंचे वन अमले पर ग्रामीणों ने अपना आक्रोश दिखाते हुए रेंज अधिकारी और उनके अमले के साथ मारपीट कर दी. साथ ही वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़ की.
11 ग्रामीणों पर पुलिस ने किया मामला दर्ज
घटना के बाद रेंज अधिकारी की रिपोर्ट पर कुरई थाने में 11 ग्रामीणों के नाम सहित अन्य लोगों की रिपोर्ट दर्ज की गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग और पेंच नेशनल पार्क प्रबंधन ठीक ढंग से मॉनिटरिंग नहीं नहीं कर रहा है. जिसकी वजह से बाघ रहवासी इलाकों में अब आदमखोर हो रहे हैं. इसका नतीजा लोगों की जान जा रही है. जब घटना घट जाती है उसके बाद मुआवजे का मरहम लगाने आ जाते हैं.''
ठंड में धूप के लिए जंगल से बाहर निकलते हैं बाघ
दक्षिण वन मंडल के डीएफओ गौरव मिश्रा ने बताया कि, ''ठंड की वजह से टाइगर धूप के लिए जंगल से बाहर निकलकर आ जाते हैं. इसलिए वन विभाग पहले से ही लोगों को अलर्ट कर देता है. जंगल से लगे हुए ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की है.''
- छिंदवाड़ा में रहस्मयी आदमखोर बाघ, कैमरे भी फेल और सर्चिंग भी, आखिर छिपा कहां है?
- मध्य प्रदेश में जंगल का राजा हुआ खूंखार, किसान पर हमला कर खा गया गर्दन
एक हफ्ते में दो को उतारा मौत के घाट, तीन पर हमला
पिछले एक हफ्ते में बाघ ने सिवनी और छिंदवाड़ा जिले में दो लोगों को शिकार कर मौत के घाट उतार दिया है. इसके अलावा 3 लोगों पर जानलेवा हमला भी कर चुके हैं. छिंदवाड़ा के परासिया, सौसर, चौरई और छिंदवाड़ा शहर के आसपास बाघ का लगातार मूवमेंट बना हुआ है. वहीं, सिवनी जिले के कुरई खवासा में तो बाघ नेशनल पार्क के कोर एरिया से निकलकर बफर में हमेशा चहल कदमी करते नजर आते हैं.