जबलपुर। सरकार हर गांव तक पहुंच बनाने के लिए सड़कें बनवा रही है. सामान्य तौर पर गांव की सड़कों की मॉनिटरिंग अच्छे ढंग से नहीं की जाती. इसीलिए सड़कें जल्द खराब हो जाती हैं. क्योंकि ठेकेदार दूरदराज के इलाकों में खुलकर भ्रष्टाचार करता है. ऐसा ही एक मामला सिवनी से सामने आया. जहां बिना डामर लगाए ही ठेकेदार ने 45 लाख रुपए का पेमेंट विभाग से ले लिया. अब इस मामले में ईओडब्लू जबलपुर ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
नागपुर निवासी ने की जबलपुर ईओडब्लू से शिकायत
नागपुर के रहने वाले बलजिंदर सिंह नैय्यर ने आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा जबलपुर में शिकायत की थी. इसमें आरोप लगाया "राजनांदगांव के रहने वाले संजय सिंधी ने सरकार को 45 लाख रुपए का चूना लगाया है. बलजिंदर सिंह नायर ने शिकायत में बताया था कि 2016 में राजनांदगांव के ठेकेदार संजय सिंधी ने सिवनी में एक सड़क बनाई थी. यह सड़क ग्रामीण अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से बनवाई गई. सड़क के निर्माण में 45 लाख रुपये डामर लगाने के नाम पर निकाले गए."
ठेकेदार के अलावा अफसरों पर भी गिरेगी गाज
शिकायत के अनुसार सड़क पर डामर लगा ही नहीं. इस शिकायत पर ईओडब्ल्यू जबलपुर ने मामले की जांच शुरू की. जबलपुर ईओडब्लू को इस बात के सबूत मिल गए कि गांव में सड़क बनाने के नाम पर सरकारी खजाने से 45 लाख रुपए की बंदरबांट की गई है. ईओडब्लू जबलपुर के पुलिस अधीक्षक आरडी भारद्वाज का कहना है "संजय सिंधी ने फर्जी बिल लगाकर सरकारी राशि निकाली है. दस्तावेजों की जांच के बाद जबलपुर की ईओडब्ल्यू शाखा ने ठेकेदार के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में ठेकेदार के अलावा उन अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा, जिन्होंने फर्जी बिलों के आधार पर बिना पड़ताल के सरकारी खजाने से 45 लाख रुपए निकाल दिए."