जयपुर: पदोन्नति की मांग को लेकर प्रदेश के वरिष्ठ अध्यापक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं. शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अध्यापकों की पिछले 4 साल से पदोन्नति नहीं हो रही है. 2021 से अभी तक प्रदेश के करीब 10 हजार वरिष्ठ अध्यापक पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं.
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष भैरूराम चौधरी ने बताया कि राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव ने मार्च 2024 में पत्र लिखकर सभी विभागों को 31 मार्च से पहले डीपीसी संपन्न करने के निर्देश दिए थे. इस पर शिक्षा विभाग के निदेशक ने मार्च 2024 में सभी संयुक्त निदेशकों को लिखा कि वो आपत्तियों का निस्तारण करके सूची निदेशालय भिजवाएं, ताकि प्रस्ताव बनाकर आरपीएससी भेजा जा सके. वहां से 4 वर्ष की बकाया डीपीसी संपन्न की जा सके, लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद आज दिन तक भी ना तो आरपीएससी प्रस्ताव भेजे गए और ना ही डीपीसी संपन्न हो पाई है. इसे लेकर वरिष्ठ अध्यापकों में भारी रोष है.
इसे भी पढ़ें- प्रबोधकों के लंबित पदोन्नति के रास्ते खुले, जल्द होगा एनटीटी शिक्षकों की भर्ती मामले का निस्तारण
भैरूराम चौधरी ने बताया कि 2 सितंबर को शिक्षा संकुल पर वरिष्ठ अध्यापक एकजुट होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. साथ ही शिक्षा मंत्री और निदेशक को ज्ञापन देंगे. वहीं, सचिवालय पहुंच मुख्य सचिव के सामने भी अपना पक्ष रखेंगे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 सितंबर तक वरिष्ठ अध्यापकों की व्याख्याता पद पर डीपीसी नहीं की जाती है तो तमाम वरिष्ठ अध्यापक शिक्षा संकुल पर अनिश्चितकाल के लिए धरना देंगे.
ये रही प्रमुख मांगें :
- सत्र 2021-22 से सत्र 2024-25 तक चार सत्रों की बकाया वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पदोन्नति जल्द से जल्द की जाए.
- नए क्रमोन्नत 6000 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वैकल्पिक विषयों के व्याख्याता पद सृजित कर पदोन्नति से भरे जाए.
- वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पदोन्नति काउंसलिंग में राज्य के सभी रिक्त पद प्रदर्शित किए जाएं.