सीहोर। जयश्री गायत्री फूड्स कंपनी को जिला प्रशासन ने 16 जुलाई को बंद करा दिया था. जिला प्रशासन ने ये कार्रवाई मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश पर की थी. यहां बिजली कंपनी ने कनेक्शन काट दिया गया था. इससे उत्पादन बंद हो गया था. अब फैक्ट्री तब तक चालू नहीं होगी, तब तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की हरी झंडी नहीं मिल जाती. बता दें कि जयश्री गायत्री फूड्स कंपनी पर जिला प्रशासन द्वारा ये दूसरी बार कार्रवाई की गई.
उद्योग से केमिकल युक्त निकलता है, खेती बर्बाद
फैक्ट्री चालू होने के बाद से ही यहां के किसान उद्योग से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से फसल खराब होने और आसपास के जल स्त्रोत का पानी दूषित होने की शिकायत करते आ रहे हैं. किसानों की शिकायत पर जिला प्रशासन ने पहले भी कई बार कार्रवाई की, लेकिन हर बार फैक्ट्री प्रबंधन बचता रहा है. इस बार फिर से कलेक्टर प्रवीण सिंह से शिकायत हुई.
प्रशासन की टीम ने फैक्ट्री का पानी दूषित पाया
इसके बाद नायब तहसीलदार सिद्धांत सिंगला, पटवारी आशिष शर्मा, पवन यादव ने कुछ दिन पहले उद्योग का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान राजस्व की टीम ने देखा कि उद्योग द्वारा अनुपचारित दूषित जल को पाइप के माध्यम से उद्योग के पीछे परिसर के बाहर भूमि पर निस्तारित किया जा रहा है. फैक्ट्री का दूषित जल पहले नाले और फिर सीवन नदी तक पहुंच रहा है. राजस्व की टीम ने इसके सैंपल भी जांच के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजे, जिसकी जांच में काफी हानिकारक तत्व मिले.
ये खबरें भी पढ़ें... करोड़ों का आसामी निकला बिजली कंपनी का रिटायर्ड सहायक यंत्री, आय से 280 गुना ज्यादा संपत्ति मिली |
सवा करोड़ का जुर्माना भी लग चुका है
इसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कलेक्टर प्रवीण सिंह को तत्काल उद्योग बंद कराने को कहा. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से पनीर फैक्ट्री के खिलाफ यह दूसरी बार सख्त कार्रवाई की गई. इससे पहले 19 जनवरी 2022 को बोर्ड ने फैक्ट्री का उत्पादन बंद कराया था. उस समय भी फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से किसानों की फसल खराब होने और जल प्रदूषण नियंत्रण के इंतजाम नहीं होने की बात सामने आई थी. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जांच कर फैक्ट्री प्रबंधन पर एक करोड़ 20 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था. जयश्री गायत्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक किशन मोदी हैं. सीहोर के अमित को करेजा लीगल टीम के एडवाइजर के यहां भी छापा पड़ा है.