सीहोर। मुख्यमंत्री कन्या विवाह और निकाह योजना के अन्तर्गत इछावार में सामूहिक कन्या विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस समरोह में एक साथ 452 जोड़े विवाह सूत्र में बंधे. जिसमें 38 निकाह भी शामिल हैं. इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने विवाह सूत्र में बंधे नव दंपतियों को आशीर्वाद दिया और भावी जीवन की मंगल कामना की. उन्होंने कहा कि जिन बेटियों का विवाह इस सम्मेलन में नहीं हो पाया उन सभी बेटियों की शादी शीघ्र ही सम्मेलन आयोजित कर की जाएगी.
'बेटी अब बोझ नहीं, वरदान बन गई है'
इस अवसर पर राजस्व मंत्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश में जब से मुख्यमंत्री लड़ली लक्ष्मी योजना और मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना शुरू हुई है, तब से बेटियां बोझ नहीं बल्कि वरदान बन गई हैं. अब बेटी के जन्म पर खुशियां मनाई जाती हैं. हर माता-पिता का सपना होता है कि बेटी की शादी धूमधाम से करें, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण संभव नहीं पता. गरीब माता-पिता के इस सपने को प्रदेश सरकार साकार कर रही है और अब बेटियों की शादी धूमधाम से हो रही है.
हितग्राहियों को 49 रुपए का चेक दिया गया
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को 49 हजार रुपए राशि के चेक दिया गया. इस अवसर पर परिणय सूत्र में बंध रहे कन्याओं में से वधु काजल, अर्चना, पूर्ति, रोशनी और मुस्कान ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना के तहत हमारी शादी होने से हम खुश हैं. उन्होंने कहा कि यहां पूरे धार्मिक रीति रिवाजों के साथ धूमधाम से हमारा विवाह सम्पन्न कराया गया है. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के लिए पिता-पुत्री ने प्रदेश सरकार को धन्यवाद दिया है.
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20 दिन के भीतर संपत्ति का नामंतरण
राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को राजस्व संबंधी कामों के लिए परेशान न होना पड़े इसके लिए दो माह तक राजस्व अभियान चलाया गया, जिसमें 30 लाख राजस्व प्रकरणों निराकरण किया गया है. उन्होंने कहा कि यह नियम बना दिया गया है कि संपत्ति की खरीद-बिक्री के 20 दिन के अंदर नामांतरण हो जाएगा. इसी प्रकार सीमांकन की भी 30 दिन सीमा तय कर दी गई है.