जयपुर : बांसवाड़ा जिले में बीते 36 घंटे से जारी बारिश के दौर के बीच माही नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. माही नदी के बढ़े जलस्तर को देख आज सुबह बांध के 8 गेट खोल दिए गए. माही डैम के 16 गेटों में से 8 गेटों को एक-एक मीटर तक खोलकर 45 हजार 655 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. हालांकि, अगर आगे बांध में पानी की आवक बढ़ी तो डैम के अन्य गेटों को भी खोलना पड़ सकता है. फिलहाल माही की सहायक नदी एरवा भी पूरे परवान पर बह रही है. गौरतलब है कि बांसवाड़ा का माही बजाज सागर बांध राजस्थान के सबसे बड़े (लंबाई में) बांध के रूप में जाना जाता है.
बीसलपुर बांध से जुड़ी ताजा अपडेट : इसी सप्ताह के भीतर बीसलपुर बांध के लबालब होने की उम्मीद की जा रही है. बांध में पानी की आवक को देखते हुए जल संसाधन विभाग अलर्ट जारी कर चुका है. किसी भी समय चादर चलने की संभावना को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी गई है. चादर चलने के साथ ही अधिकारी खुलने वाले गेटों की जांच में जुट गए हैं. बांध के गेट स्काडा सिस्टम के तहत बटन दबाते ही खुलेंगे. 4 सितंबर की बुधवार सुबह बीसलपुर बांध का जलस्तर 314.87 आरएल मीटर तक पहुंच गया. बांध के भराव क्षेत्र में त्रिवेणी की ऊंचाई बढ़कर 3.50 मीटर पहुंच गई. हाल ही में, 10 घंटों के भीतर बांध के जलस्तर में 13 सेमी की बढ़ोतरी हुई है. इस समय तक बांध में 33.948 टीएमसी जलभराव हो चुका है, जो बांध की कुल क्षमता का 89.19 प्रतिशत है.
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हालांकि, बांध के छलकने के लिए अभी 4.75 टीएमसी पानी की जरूरत है. बीसलपुर में आ रहे पानी की हर एक घंटे में मॉनिटरिंग की जा रही है. बांध के भराव क्षेत्र में बेड़च, मेनाली और बनास नदी से पानी की आवक जारी है. बीसलपुर बांध पर अब तक 6 बार चादर चल चुकी है. बांध ओवरफ्लो होने के चलते पिछली बार साल 2022 में बांध पर चादर चली थी. इन बांधों में भी हुई आवक : पूर्वी राजस्थान में जारी बारिश के बीच करौली के पांचना बांध से पानी की निकासी बरकरार है. बांध का 1 गेट खोलकर 437 क्यूसेक जल निकासी की जा रही है. वर्तमान में बांध का जल स्तर है 258 मीटर है. 8 अगस्त से लगातार बांध के गेट खुले हैं.
गौरतलब है कि पांचना बांध का जलस्तर 258.62 आरएल मीटर है. मारवाड़ और मेवाड़ में भी बांधों में पानी की आवक होने लगी है. पाली में येलो अलर्ट के बीच आज सुबह 3 घंटे की बरसात से 2 इंच पानी बरसा. जिले के सबसे बड़े जवाई बांध का गेज 36 फीट को पार कर गया वहीं शहर में ड्रैनेज सिस्टम फेल होने से लोग मुश्किलात में नजर आए. उदयपुर में भी जोरदार बरसात जारी है, जिसके कारण शहर की जिले लबालब हो रही है. बुधवार को सीसारमा नदी से पानी की आवक तेज होने पर दोपहर 12.30 बजे स्वरूपसागर के 4 गेट एक-एक मीटर खोले गए. तेज बारिश के बाद पिछोला झील अपने पूर्ण भराव 11 फीट पर है. शहर की बूझड़ा नदी में भी बहाव तेज रहा है.
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उधर, आयड़ नदी इस सीजन में पहली बार वेग से बहने लगी. इसी तरह डूंगरपुर के सागवाड़ा में आंतरी के पास मारगिया डैम भी छलक उठा. बूंदी जिले के हिण्डोली क्षेत्र के गुढ़ा बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है. इसके चलते बांध के चार गेट चार-चार फीट खोले गए. बूंदी जिले के नैनवां में रात को हुई भारी बारिश हुई. दो घंटे में ही पौने चार इंच बारिश हुई. बारिश से दुगारी के कनकसागर बांध पर डेढ़ फीट की चादर चलने से चादर का पानी गांव में घुस जाने से बाढ़ के हालात बने हुए है.