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दो बार चार लाख लगी VVIP नंबर 0005 की बोली, पैसे नहीं हुए जमा, सिक्योरिटी जब्त - Bidding for VVIP numbers Haldwani

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 3, 2024, 7:17 PM IST

bidding for vvip number, Bidding for VVIP numbers Haldwani वीवीआइपी नंबर 0005 के लिए दो बार चार-चार लाख की बोली. इसके बाद बोली लगाने वालों ने पैसे जमा नहीं किये. जिस पर इन बोली दाताओं की सिक्योरिटी जब्त की गई.

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दो बार चार लाख लगी VVIP नंबर 0005 की बोली (Etv Bharat)

हल्द्वानी: गाड़ियों में फैंसी नंबर का क्रेज बढ़ता जा रहा है. आनलाइन सिस्टम शुरू होने के बाद से वीवीआइपी नंबरों को पाने के लिए वाहन स्वामी खूब बोली लगा रहे हैं. यूके 04 एएन सीरीज में 0001 नंबर की सबसे अधिक बोली लगाई जाती है. परिवहन विभाग द्वारा 0001 नंबर की न्यूनतम बोली एक लाख रुपए तय है, जो इस बार ₹1,72000 पर अलॉट हुआ है. 0007 और 0009 नंबर की न्यूनतम बोली ₹25000 थी जो दो-दो लाख रुपए में अलॉट हुए हैं.

यूके 04 एएन सीरिज में 0005 नंबर को लेकर अनोखा मामला सामने आया है. पहली बोली में एक वाहन स्वामी ने चार लाख से ज्यादा में नंबर लिया है. पैसे जमा न करने पर इस नंबर के लिए दोबारा नीलामी हुई. यूके 04 एएन सीरीज में 0005 नंबर के लिए पहली बार 25 मई को आनलाइन नीलामी की गई. तब अधिकतम 4.11 लाख बोली लगी, लेकिन, निर्धारित समय दो दिन में पैसे जमा नहीं किये गये. जिस वजह से बोलीदाता की 25 हजार की सिक्योरिटी राशि जब्त कर ली गई. यहां फिर से नंबर चार लाख से ज्यादा में छूटा, मगर तय समय में इस बार भी पैसे जमा नहीं हुए. इसके बाद तीसरी बारी में 40 हजार में यह नंबर बिका है. पहले दो मामलों में 25-25 हजार की सिक्योरिटी राशि जब्त हो चुकी है.

संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया फैंसी नंबर लेने वाले व्यक्ति ऑनलाइन बोली में शामिल होकर बोली लगा सकता है. इस मामले में देखा गया है की बोली लगाने के बाद पैसा जमा नहीं करने की स्थिति में जमानत राशि को जब्त कर ली गई है. कोई व्यक्ति बोली में शामिल होता है और पैसा जमा करने की अवधि तक पैसा जमा नहीं करता है तो उसकी जमानत राशि जब्त की जाती है. उत्तराखंड परिवहन विभाग ने UK04 सीरीज के लिए मई और जून महीने में ऑनलाइन बोली लगाई थी. जिसमे 0001 नंबर की सबसे अधिक बोली लगाई जाती है. परिवहन विभाग द्वारा 0001 नंबर की न्यूनतम बोली एक लाख रुपए तय है जो इस बार ₹1,72000 पर अलॉट हुआ है. वहीं, इसके अलावा 0007 और 0009 नंबर की न्यूनतम बोली ₹25000 थी जो दो-दो लाख रुपए में आवंटित हुई है.

पढे़ं- बहती गाड़ियों के वायरल वीडियो ने बर्बाद किया बिजनेस, सूना पड़ा हरिद्वार-ऋषिकेश, व्यापारियों की बढ़ी टेंशन - vehicles floating in Haridwar river

हल्द्वानी: गाड़ियों में फैंसी नंबर का क्रेज बढ़ता जा रहा है. आनलाइन सिस्टम शुरू होने के बाद से वीवीआइपी नंबरों को पाने के लिए वाहन स्वामी खूब बोली लगा रहे हैं. यूके 04 एएन सीरीज में 0001 नंबर की सबसे अधिक बोली लगाई जाती है. परिवहन विभाग द्वारा 0001 नंबर की न्यूनतम बोली एक लाख रुपए तय है, जो इस बार ₹1,72000 पर अलॉट हुआ है. 0007 और 0009 नंबर की न्यूनतम बोली ₹25000 थी जो दो-दो लाख रुपए में अलॉट हुए हैं.

यूके 04 एएन सीरिज में 0005 नंबर को लेकर अनोखा मामला सामने आया है. पहली बोली में एक वाहन स्वामी ने चार लाख से ज्यादा में नंबर लिया है. पैसे जमा न करने पर इस नंबर के लिए दोबारा नीलामी हुई. यूके 04 एएन सीरीज में 0005 नंबर के लिए पहली बार 25 मई को आनलाइन नीलामी की गई. तब अधिकतम 4.11 लाख बोली लगी, लेकिन, निर्धारित समय दो दिन में पैसे जमा नहीं किये गये. जिस वजह से बोलीदाता की 25 हजार की सिक्योरिटी राशि जब्त कर ली गई. यहां फिर से नंबर चार लाख से ज्यादा में छूटा, मगर तय समय में इस बार भी पैसे जमा नहीं हुए. इसके बाद तीसरी बारी में 40 हजार में यह नंबर बिका है. पहले दो मामलों में 25-25 हजार की सिक्योरिटी राशि जब्त हो चुकी है.

संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया फैंसी नंबर लेने वाले व्यक्ति ऑनलाइन बोली में शामिल होकर बोली लगा सकता है. इस मामले में देखा गया है की बोली लगाने के बाद पैसा जमा नहीं करने की स्थिति में जमानत राशि को जब्त कर ली गई है. कोई व्यक्ति बोली में शामिल होता है और पैसा जमा करने की अवधि तक पैसा जमा नहीं करता है तो उसकी जमानत राशि जब्त की जाती है. उत्तराखंड परिवहन विभाग ने UK04 सीरीज के लिए मई और जून महीने में ऑनलाइन बोली लगाई थी. जिसमे 0001 नंबर की सबसे अधिक बोली लगाई जाती है. परिवहन विभाग द्वारा 0001 नंबर की न्यूनतम बोली एक लाख रुपए तय है जो इस बार ₹1,72000 पर अलॉट हुआ है. वहीं, इसके अलावा 0007 और 0009 नंबर की न्यूनतम बोली ₹25000 थी जो दो-दो लाख रुपए में आवंटित हुई है.

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