रांची: झारखंड में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की तरह इस बार भी केंद्रीय बलों के साथ साथ राज्य पुलिस के जवानों को तैनात किया जाएगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि बिहार से सटे सीमावर्ती क्षेत्र में चेकपोस्ट बनाए गए हैं जहां दोनों राज्य की पुलिस नजर रख रही हैं. इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में केंद्रीय बलों के साथ साथ राज्य पुलिस के जवानों की तैनाती होगी. उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय बल मिले हैं और राज्य पुलिस के कोबरा, झारखंड जगुआर की कई कंपनियां चुनाव कार्य में लगे हुए हैं. मतदान के दिन बॉर्डर क्षेत्र को सील करके रखा जाएगा.
चुनाव मैदान में ताल ठोकते प्रत्याशी
संसदीय क्षेत्र | 2014 | 2019 | 2024 |
चतरा | 20 | 26 | 22 |
हजारीबाग | 20 | 16 | 17 |
कोडरमा | 20 | 14 | 15 |
- पांचवें चरण में 7 जिले 16 विधानसभा क्षेत्र में होगा मतदान
- जनसंख्या और मतदाताओं की संख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा है कोडरमा संसदीय क्षेत्र
- जनसंख्या और मतदाताओं की संख्या की दृष्टि से सबसे छोटा है चतरा संसदीय क्षेत्र
- पांचवें चरण में तीनों लोकसभा क्षेत्र में कुल 58,34,618 मतदाता लेंगे भाग
- पांचवें चरण के लिए 6705 है मतदान केन्द्र, जिसमें शहरी क्षेत्र में 575 और ग्रामीण क्षेत्र में है 6130
पांचवें चरण का नक्सल एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्र
- चतरा-पांकी, कारीमांडर, बुटकुईया, कुंदा, सिमरिया, प्रतापपुर, लावालौंग
- हजारीबाग-कटकमदाग,बड़कागांव,केरेडारी, चौपारण,बरही
- कोडरमा-सतगांवा, मरकच्चो, अमला बेंदी, लक्ष्मीपुर, डोमचांच, हदहदवा, जराडीह
चुनाव आयोग के लिए चुनौतीपूर्ण है पांचवा चरण का चुनाव
पांचवें चरण में होने वाले मतदान के लिए हजारीबाग, चतरा और कोडरमा में कुल 6705 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें शहरी क्षेत्र में 575 और ग्रामीण क्षेत्र में 6130 बूथ है. शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान के लिए चुनाव आयोग ने इन बूथों को तीन कैटेगरी में बांटा है. सामान्य के अलावे वल्नरेबल और क्रिटिकल बूथ के रूप में उन्हें चिन्हित किया गया है.
नक्सल हिंसा ग्रस्त क्षेत्र के बूथों और पूर्व में आपराधिक इतिहास वाले मतदान केन्द्रों को क्रिटिकल बूथ का नाम दिया गया है. इन बूथों में करीब 80 फीसदी वल्नरेबल और क्रिटिकल बूथ के कैटेगरी में रखा गया है. पांचवें चरण के चुनाव में 7 जिलों में स्थित 16 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होगा. जनसंख्या और मतदाताओं की संख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा कोडरमा और सबसे छोटा चतरा संसदीय क्षेत्र है. इस चरण में तीनों लोकसभा क्षेत्र के कुल 58, 34, 618 मतदाता चुनाव में भाग लेंगे जिसमें 29, 99, 233 पुरुष और 28, 35, 329 महिला मतदाता शामिल हैं.
राजनीतिक दृष्टि से अहम है तीनों सीट
राजनीतिक दृष्टि से हजारीबाग, चतरा और कोडरमा काफी अहम है. 2019 के चुनाव में तीनों सीट पर भाजपा का कमल खिला था. हजारीबाग बीजेपी का गढ़ रहा है. यहां से लगातार बीजेपी ने जीत दर्ज की है. यह वही सीट है जहां के सांसद को विदेश मंत्री और वित्त मंत्री तक बनने का अवसर दिया. ऐसे में बीजेपी एक बार फिर पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतरी है.
हालांकि सीटिंग सांसद जयंत सिन्हा को टिकट काटकर विधायक मनीष जायसवाल को प्रत्याशी बनाए जाने से स्थानीय स्तर पर उपजे मतभेद का नुकसान बीजेपी को होने की संभावना है. मनीष जायसवाल के खिलाफ चुनाव के वक्त पाला बदलकर कांग्रेस में शामिल होने वाले बीजेपी विधायक जेपी पटेल हैं. बात यदि कोडरमा सीट की करें तो यहां केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी की प्रतिष्ठा दांव पर है. यहां माले विधायक विनोद कुमार सिंह इंडिया गठबंधन की ओर से चुनाव मैदान में हैं. चतरा में बीजेपी द्वारा सीटिंग सांसद सुनील सिंह का टिकट काटकर काली चरण सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है, जिनके खिलाफ इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी हैं. बहरहाल चुनावी समर में किसकी जीत होगी और किसकी हार होगी यह फैसला 20 मई को करने के लिए जनता तैयार है.
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