रांची: झारखंड में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने 14 में से 11 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है तो वहीं अभी तक इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के नाम पर संशय बरकरार है. झारखंड की 14 लोकसभा सीटों के लिए में इंडिया गठबंधन फॉर्मूला तैयार करने में लगा है. कयासों के अनुसार कांग्रेस को सात सीट, जेएमएम को पांच सीट और राजद और भाकपा माले को एक-एक सीट पर सहमति बन सकती है. हालांकि सीट शेयरिंग के फाइनल फॉर्मूला की औपचारिक घोषणा अब तक नहीं की गई है.
कोडरमा सीट जा सकती है भाकपा माले की झोली में
चर्चा है कि भाकपा माले के लिए इंडिया गठबंधन की तरफ से कोडरमा सीट तय की जा सकती है. इस संबंध में भाकपा माले पार्टी के राज्य सचिव मनोज भक्त ने बताया कि दिल्ली और झारखंड में प्रदेश स्तर के नेताओं से लगातार बातचीत जारी है. अभी तक की बातचीत से यह अनुमान है कि कोडरमा सीट भाकपा माले के खाते में आ सकती है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के बीच हुई बातचीत में लगभग यह तय हो चुका है कि कोडरमा लोकसभा सीट से भाकपा माले चुनाव लड़ेगी. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं से भी लगातार संपर्क साधा गया है और उनसे भी कोडरमा सीट को लेकर बातचीत पूरी हो चुकी है.
प्रत्याशी को लेकर विधायक विनोद सिंह के नाम की चर्चा
हालांकि प्रत्याशी के नाम के सवाल पर भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भक्त कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. हालांकि चर्चा है कि बगोदर के वर्तमान विधायक विनोद सिंह प्रत्याशी के रूप में कोडरमा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
कोडरमा में भाकपा मामले का रिकॉर्ड रहा है बेहतरीन
मालूम हो कि कोडरमा सीट पर हमेशा ही भाकपा माले ने बेहतर प्रदर्शन किया है. 2009 के आम चुनाव में और 2014 में भाकपा माले के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रह चुके हैं. इसलिए गठबंधन के नेताओं से भाकपा माले कोडरमा सीट की लगातार मांग कर रहा है.
कोडरमा में दिख सकती है कांटे की टक्कर
अब सवाल उठता है कि यदि विनोद सिंह इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में खड़े होते हैं तो कोडरमा सीट पर एनडीए की वर्तमान सांसद सह मंत्री अन्नपूर्णा देवी को कितनी टक्कर दे पाते हैं. इस संबंध में राजनीति के जानकार बताते हैं कि इंडिया गठबंधन की ओर से यदि विनोद सिंह यदि प्रत्याशी के रूप में खड़े होते हैं तो निश्चित रूप से कोडरमा की छह विधानसभा सीटों पर विपक्षी को कड़ी चुनौती मिल सकती है, क्योंकि विनोद सिंह की छवि राजनीति के क्षेत्र में काफी अच्छी रही है.
कोडरमा लोकसभा में गांडेय, जमुआ, बगोदर, राजधनवार, कोडरमा और बरकट्ठा विधानसभा शामिल हैं. इन छह सीटों में से जमुआ और कोडरमा को छोड़ दें तो तीन सीटों पर इंडिया गठबंधन का दबदबा रहा है. वहीं बरकट्ठा विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी का कब्जा है. हालांकि कोडरमा और जमुआ विधानसभा सीट पर भी वाम दल, कांग्रेस, जेएमएम और राजद का थोड़ा बहुत जनाधार माना जा रहा है.
चर्चा है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सांसद भुवनेश्वर महतो का हजारीबाग लोकसभा से टिकट भी इसी आधार पर काटा गया है कि वाम दल के कोटे में भाकपा माले को कोडरमा सीट दी जाएगी.अब देखने वाली बात होगी कि कब तक इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जाती है और कोडरमा सीट से कौन चुनाव लड़ता है.
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