जयपुर. राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में आज मंगलवार को भी भारी बारिश का दौर जारी है. बारिशजनित हादसों में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. एसडीआरएफ ने भारी बारिश और जलभराव की स्थिति में बचने के लिए 16 बिंदुओं की एडवाइजरी जारी की है. एसडीआरएफ के कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि बारिश के मौसम में सामान्य जानकारी के अभाव में लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. कई बार छोटी-छोटी गलतियों एवं मौसम संबंधी जानकारी के अभाव की वजह से लोगों को भारी जान-माल का नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में थोड़ी सी सावधानी रखकर अपनी और अपनों का जीवन बचाया जा सकता है.
यह एप होने चाहिए हर व्यक्ति के मोबाइल में :-
- Sachet- इस मोबाइल एप पर स्थानीय मौसम, तापमान, बारिश, भूकंप की तीव्रता, वज्रपात का अलर्ट मिल जाता है. विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए क्या करें और क्या ना करें. यह जानकारी भी उपलब्ध होती है.
- Damini- यह मोबाइल एप किसी स्थान से 10 किलोमीटर एरिया में बिजली गिरने (वज्रपात) के संभावित स्थान की जानकारी देता है, ताकि नागरिक सुरक्षित स्थान जा सके. चेतावनी मिलने पर क्या करें और क्या नहीं करें. इसकी भी जानकारी देता है.
किसी भी आपदा में यहां कॉल कर ले सकते हैं मदद :-
- प्राकृतिक आपदा के समय बचाव एवं राहत कार्य के लिए टोल फ्री नंबर 1070 है. इस नंबर पर कॉल कर मदद हासिल की जा सकती है. स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर, जयपुर के फोन नंबर 01414-2227296, 0141-2385776 और 0141-2385777 पर भी कॉल करके आपदा से संबंधित सूचना दी जा सकती है और मदद ली जा सकती है.
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— SDRF RAJASTHAN (@SDRFRaj) August 12, 2024
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यह 16 बिंदु जीवन बचाने में हैं उपयोगी :-
- बांध, तालाब, झरने आदि जलभराव वाले स्थानों पर जाने से बचे. जाना आवश्यक हो तो भी इन स्थानों पर नहाने और रील बनाने, फोटो-वीडियो बनाने से बचना चाहिए.
- भारी बरसात में घर से बाहर नहीं निकले. जब तक कि कोई बहुत जरूरी काम नहीं हो.
- भारी बरसात के समय बच्चों को जलभराव वाले स्थान पर नहीं जाने दें.
- भारी बरसात के समय बेसमेंट-तहखाने आदि स्थानों का प्रयोग कम से कम करें. रात में ऐसे स्थान पर सोने से भी बचना चाहिए.
- बिजली कड़कने पर खुले स्थान पर नहीं रहे. घर के खिड़की-दरवाजे बंद कर लें. ऐसी स्थिति में किसी पेड़ के नीचे खड़े नहीं हो. बंद मकान में शरण लें और मोबाइल को स्विच ऑफ रखे.
- बारिश के मौसम में पुराने, जर्जर और खंडहर भवनों से दूर रहें.
- बाढ़ वाले क्षेत्रों में खेलने और तैरने से बचना चाहिए.
- बिजली के टूटे हुए तारों से दूर रहें.
- गीले हाथों से बिजली के उपकरणों को छूना नहीं चाहिए.
- आपातकालीन संचार के लिए अपने मोबाइल को चार्ज रखें.
- अनजान स्थान पर पानी बह रहा हो तो किसी भी प्रकार की अवांछित गतिविधियां नहीं करे. अपनी जान-माल को हरगिज जोखिम में नहीं डालें.
- नदी, नाला, तालाब, जलाशय में बरसात के समय बहते पानी को पैदल या किसी भी वाहन से पार नहीं करें.
- बरसात के मौसम में पानी के बहाव एवं भराव क्षेत्र में किसी प्रकार का आश्रय नहीं बनाया जाए.
- पानी का स्तर बढ़ने पर पानी के भराव या बहाव क्षेत्र से तुरंत बाहर निकल कर नजदीकी सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी चाहिए. निकटतम आश्रय स्थल और ऊंचे-पक्के घर तक पहुंचने के सुरक्षित मार्गों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए.
- बाढ़ के पानी में पैदल न चले और न ही गाड़ी चलाएं. यह ध्यान रखें कि बाढ़ के समय दो फीट बढ़ा हुआ पानी भी कारों को बहा सकता है.
- गहरे, अज्ञात पानी में प्रवेश न करे, आवश्यक होने पर पानी की गहराई जांचने के लिए छड़ी या स्टिक आदि का प्रयोग करें.