कानपुर : शहर के रेलबाजार थाना क्षेत्र स्थित फेथफुलगंज में मंगलवार को एक घर में हुए धमाके के मामले में कानपुर पुलिस के साथ ही एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की टीम ने जांच शुरू कर दी है. अभी तक की जांच में विस्फोट में बारूद के कण नहीं मिले हैं. आशंका है हाई एक्सप्लोसिव केमिकल या गैस के चलते धमाका हुआ हो.
जांच टीम में लगे अफसरों का कहना है कि आशंका है कि कबाड़ कारोबारी ने कैंट क्षेत्र से कोई पीतल या लोहे लगी निष्प्रयोज्य वस्तु खरीदी होगी. वहीं मृतक के भाई अनवर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि अब्दुल रऊफ कैंट क्षेत्र में फेरी लगाकर कबाड़ का सामान खरीदता था. उसने बताया कि आशंका है कि मंगलवार को भी अब्दुल रऊफ ने कोई ऐसा निष्प्रयोज्य उपकरण खरीदा हो. जांच टीम को मृतक के घर में ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और बैटरी मिली है.
घटनास्थल से मिले साक्ष्यों की आगरा में होगी जांच : जांच टीम के अफसरों ने बताया कि घटना स्थल से जो भी साक्ष्य मिले हैं उसकी जांच आगरा की फोरेंसिक लैब से कराई जाएगी. उनका कहना था कि रिपोर्ट के बाद यह पता लग सकेगा कि आखिर जो विस्फोट हुआ वह किस वजह से हुआ?
डीसीपी पूर्वी एसके सिंह के मुताबिक, विस्फोट के मामले में हमारी टीमें साक्ष्य एकत्रित कर रही हैं. आसपास के कई लोगों से पूछताछ भी जारी है. फॉरेसिक टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि विस्फोट क्यों और किसी वजह से हुआ?
यह था मामला : कानपुर के रेलबाजार थाना क्षेत्र स्थित फेथफुलगंज में कबाड़ का काम करने वाले एक व्यक्ति के घर पर सुबह अचानक विस्फोट हो गया था. धमाके से कबाड़ का कारोबार करने वाले मो. रऊफ की मौत हो गई थी. धमाका इतना तेज था कि आस-पास के घरों के शीशे टूट गए थे. ब्लास्ट की सूचना फौरन ही रेल बाजार थाना पुलिस को दी गई थी. कमरे में केवल खून और शव पड़ा हुआ था.