लखनऊ: लखनऊ सहित छह जिलों में राज्य राजधानी क्षेत्र यानी कि एससीआर गठन को लेकर सरकार रफ्तार में आ चुकी है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शासन से अनुमति मांगी है कि राज्य राजधानी क्षेत्र का खाका तैयार करने के लिए एक कंसलटेंट को नियुक्त किया जाए. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस संबंध में शासन का आदेश आते ही एक कंसल्टेंट नियुक्त किया जाएगा जो कि राज्य राजधानी क्षेत्र की पूरी प्लानिंग करेगा.
राजधानी समेत इसके आसपास के 6 जिलों को मिलाकर राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने के प्रस्ताव को विधानसभा मंजूरी मिल गई है. इसके साथ ही स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) को NCR की तर्ज पर विकसित करने पर अंतिम मुहर लग गई. बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) विधेयक पारित कर दिया गया था.
इन जिलों को किया जाएगा डेवलप
उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) विधेयक के तहत NCR की तर्ज पर इसका गठन किया जाएगा. इसमें लखनऊ और पड़ोसी जिलों उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, और बाराबंकी को मिलकर एससीआर का गठन होगा. इन जिलों का तेजी से विकास हो सकेगा. यहां के लोगों को एनसीआर की तर्ज पर सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी. क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण अपने क्षेत्र के लिए निगम, स्थानीय निकाय एवं विभिन्न सरकारी विभागों के समन्वय से क्षेत्रीय योजना तैयार करेगा. निजी व सार्वजनिक क्षेत्र में बुनियादी ढांचा संबंधी परियोजनाओं, जनसुविधाओं का समूचे क्षेत्र की आवश्यकता के अनुसार विकसित किया जाएगा. आवास, यातायात, उद्योग, रोजगार सृजन में बढ़ोत्तरी होगी.
छह जिलों के विकास का खाका तैयार होगा
इस संबंध में उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने आवास विभाग को पत्र लिखकर कंसल्टेंट नियुक्ति की टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के लिए इजाजत मांगी है. नगर निगम के क्षेत्र में काम कर रही किसी श्रेष्ठ कंपनी को यह काम दिया जाएगा जो लखनऊ सहित 6 जिलों के समग्र विकास को लेकर एक पूरा खाका तैयार करेगा. इसके आधार पर आने वाले समय में राज्य राजधानी क्षेत्र को विकसित किया जाएगा.
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