सुकमा: छत्तीसगढ़ में नया शिक्षा सत्र शुरू हो गया है. नक्सल प्रभावित पूरे बस्तर में भी स्कूल खुल गया हैं. छोटे छोटे बच्चों का स्कूलों में दाखिला भी हो गया है. कुछ स्कूलों में अभी दाखिला जारी भी है. बस्तर संभाग में कई स्कूल भवनों में संचालित हो रहा है. जबकी कई स्कूल आजादी के 76 साल बाद भी झोड़पी में संचालित हो रहे हैं. ऐसा ही एक स्कूल भेज्जी में चल रहा है. भेज्जी में जो स्कूल चल रहा है उसका नाम भेज्जी संकुल है और ये ओदेरपारा में संचालित किया जा रहा है.
भेज्जी में झोपड़ी में चल रहा स्कूल: जिस झोपड़ी में स्कूल चल रहा है उसमें बच्चे नहीं बारिश से बच सकते हैं नहीं धूप से. ऐसी हालत में बच्चों की क्लास भी स्कूल के बाहर ही लगाई जा रही है. तमाम मुश्किलों के बाद भी स्कूल में पढ़ने के लिए हर रोज 28 के करीब बच्चे पहुंचते हैं. स्कूल में एक ही शिक्षक की नियुक्ति है जो सभी बच्चों को एक साथ पढ़ाता है. बच्चे चाहे किसी भी कक्षा या उम्र के हों. बीते तीन सालों से स्कूल का भवन निर्माण चल रहा है. जबतक भवन नहीं बन जाता इन बच्चों को यहां पढ़ाई करनी पड़ेगी.
मीडिया के जरिये पता चला कि स्कूल भवन झोपड़ी में संचालित हो रहा है. स्कूल भवन नहीं होने से अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराया जा रहा है. वर्तमान की स्थित में भवन निर्माणाधीन है. जिसे जल्द ही पूरी करने की बात कही गई. इसके साथ ही झोपड़ी यदि अव्यवस्थित है तो उसे जल्द ही सुधारा जायेगा,उसमें सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. - जीआर मंडावी, डीईओ, सुकमा
अफसरों को नहीं हालात की जानकारी: ये गंभीर बात है कि सुकमा जिले के डीईओ को ये बात नहीं मालूम है कि स्कूल झोपड़ी में चल रही है. अफसर जरुर ये दावा कर रहे हैं कि जल्द स्थिति को सुधार लिया जाएगा. सबको बता है कि मॉनसून आ चुका है. ऐसे में बारिश में ये बच्चे कैसे और कहां पढ़ाई करेंगे इसका जवाब किसी के पास नहीं है.