जयपुर: राजस्थान राज्य कमेटी के आह्वान पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की ओर से प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर आम जनता से जुड़ी पानी, बिजली और अन्य समस्याओं को लेकर बुधवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. राजधानी में भी सीपीआई-एम के जिला सचिव संजय माधव के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खासाकोठी सर्किल पर प्रदर्शन कर सभा की और सरकार के खिलाफ रोष जताया. इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया गया.
सीपीआई-एम के कार्यकर्ता खासा कोठी सर्किल पर एकत्र हुए और भजनलाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बढ़ती मंहगाई, बिजली कटौती, बिजली-पानी के दामों में बढ़ोतरी, जलदाय विभाग के निजीकरण, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं-बच्चियों पर बढ़ते हमलों, शहर की बस्तियों में अवैध शराब और ड्रग्स की बिक्री पर रोक लगाने और अपराधियों को गिरफ्तार करने, पेपर लीक एवं परीक्षाओं में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, बंद पड़े बेरोजगारी भत्ता वापस चालू करने, सरकार के मंत्रियों और विधायकों द्वारा प्रदेश में बनाए जा रहे साम्प्रदायिक माहौल पर लगाम लगाने आदि मांगों को लेकर प्रदर्शन किया.
सीपीआईएम के जिला सचिव संजय माधव ने बताया कि विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने के लिए भाजपा ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन सरकार अपने वादों पर वह खरा नहीं उतरी. प्रदेश में लगातार बिजली कटौती से आम जनता परेशान है. ग्रामीण क्षेत्रों में तो कई घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है. पूरे प्रदेश में पेयजल का संकट है और लोग प्राइवेट टैंकरों से अपनी प्यास बुझा रहे हैं. इसके बावजूद भी सरकार जलदाय विभाग का निजीकरण करने जा रही है. राशन की दुकानों पर जनता को राशन नहीं मिल रहा है. प्रदेश में मनरेगा का ठप पड़ा है.
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना में भी लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा. चिरंजीवी योजना का भी लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है. केवल योजना का नाम बदलने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि आम जनता को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं को चालू रखा जाए. इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. प्रदेश सरकार को आम जनता के लिए नई योजनाएं चालू करनी चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हमारी मांगों का समाधान नहीं होता है, तो आने वाले दिनों में सीपीआई-एम सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेगी.