जोधपुर. जोधपुर सरस डेयरी में मुख्यमंत्री उत्पादक संबल योजना के तहत दिए जाने वाले अनुदान की राशि में घोटाले का मामला सामने आया है. प्रकरण में जोधपुर डेयरी के लेखा शाखा के कर्मचारी ने दुग्ध उत्पादकों को मिलने वाले अनुदान की राशि अपनी पत्नी और बहन के खातों में जमा करवा दी. इसको लेकर पश्चिमी राजस्थान दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष ने शास्त्री नगर थाने में मामला दर्ज करवाया है, जिसमें सरस डेयरी के तत्कालीन प्रबंधक पर मिलीभगत का आरोप लगाया गया है.
शास्त्री नगर थानाधिकारी देवेंद्र सिंह देवड़ा ने बताया कि अध्यक्ष रामलाल विश्नोई की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. रामलाल बिश्नोई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत 2019 प्रति लीटर 2 रुपए का अनुदान दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर 2022 में 5 रुपए कर दिए गए. यह अनुदान दुग्ध उत्पादक किसानों को जाना था. यह काम तत्कालीन प्रबंधक सुधीर शर्मा के निर्देशन में लेखा शाखा के कर्मचारी पंकज तिवारी द्वारा किया गया. शर्मा ने बैठक में अध्यक्ष को बताया कि किसानों को अनुदान जा चुका है लेकिन जब ऑडिट की गई तो उसमें सामने आया कि 1 अक्टूबर 2022 को आईसीआईसीआई बैंक में लीना के नाम से खाते में 3 लाख 23 हजार 126 रुपए और सरिया के खाते में 1 लाख 990 रुपए चेक से जमा हुए.
उन्होंने बताया कि इसकी जांच में सामने आया कि लेना पंकज तिवारी की पत्नी है और सरिता उसकी बहन है, जिनके खाते में अनुदान की कुल राशि 4 लाख 33 हजार 26 रुपए जमा हुई है. इसके बावजूद सुधीर शर्मा ने तत्कालीन बोर्ड बैठक में यह राशि उत्पादकों को देना बताया. अध्यक्ष ने पंकज तिवारी, सुधीर शर्मा, सरिता और लीना पर गबन करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने षड्यंत्र कर सरकारी राशि का गबन करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है. अध्यक्ष ने अपनी रिपोर्ट के साथ सभी दस्तावेज भी पुलिस को दिए हैं.