नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पत्र लिखकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना से रोहिणी स्थित बाबा साहेब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने लिखा है कि इस संबंध में मुख्य सचिव की पीड़ितों के प्रति दया की कमी और उदासीनता का रवैया दिखाता है. स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य सचिव से यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी.
मंत्री भारद्वाज ने छात्रों पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डालने के निंदनीय कृत्य के लिए प्रिंसिपल और विभाग प्रमुख के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में निष्क्रियता पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, 'यह देखकर हैरान हूं कि मुख्य सचिव बहाने बनाकर दोषियों का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सचिव (स्वास्थ्य) को ऐसी घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करने के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद, यौन उत्पीड़न की इस घटना का मंत्री को खुलासा नहीं करने के लिए मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सचिव को उचित ठहराया.
यह भी पढ़ें-दिल्ली शराब घोटाले मामले में AAP का हमला, कहा - ईडी के पास कोई सबूत नहीं, BJP की राजनीतिक शाखा है ED
जब सतर्कता विभाग और स्वास्थ्य विभाग समय पर कार्रवाई करने में विफल रहे तो पीड़ितों को अंततः व्यक्तिगत रूप से पुलिस से संपर्क करना पड़ा. आंतरिक शिकायत समिति मामले को खींच रही थी और डेढ़ महीने में अपनी रिपोर्ट नहीं दी. बता दें, बाबा साहब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज की कुछ छात्राओं ने वहां की प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इस संबंध में पिछले दिनों छात्राओं ने और उनके परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जबरदस्त प्रदर्शन भी किया था.
यह भी पढ़ें-पूर्वी दिल्ली के ये बीजेपी नेता AAP में हुए शामिल, गोपाल राय बोले- अभी कारवां आगे बढ़ता रहेगा