सतना: मध्य प्रदेश के सतना में नगर निगम द्वारा अंतिम संस्कार पर जीएसटी लगाने का दावा किया जा रहा है. इधर नगर निगम कमिश्नर ने इस दावे को फर्जी बताते हुए कहा कि, ''हमने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है. मुक्ति धाम में शुक्ल तय करने को लेकर बैठक की थी. लेकिन अभी ऐसी कोई सहमति नहीं बनी है.'' सतना नगर निगम द्वारा शहर के अंदर दो बड़े मुक्ति धाम में विद्युत शवदाह लगाए गए हैं, जिसको संचालित करने के लिए एक शुल्क तय करने के लिए चर्चा की गई. नगर निगम में परिषद की बैठक में इसकी चर्चा हुई थी, लेकिन अभी यह तय नहीं किया की जीएसटी लगाया जाएगा.
कमिश्नर ने किया दावों को खारिज
निगम कमिश्नर शेर सिंह मीणा का कहना है कि, ''नगर निगम में परिषद की बैठक में इस केवल चर्चा में इस विषय को लाया गया था, और यह शहर के अंदर मुक्ति धाम में लगाए गए विद्युत शवदाह में अंतिम संस्कार पर जीएसटी लगाने की बात आई है. लेकिन निगम ने अभी तक जीएसटी नहीं लगाई गई है. इसमें विद्युत शवदाह के लिए एक शुल्क तय की जाएगी, न की जीएसटी."
जीएसटी से मुक्त हैं अंतिम संस्कार की सेवाएं
बता दें कि, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में साफ तौर पर कहा था कि, ''अंतिम संस्कार, दाह संस्कार, दफनाने या शवगृह सेवाओं पर कोई जीएसटी नहीं वसूला जाएगा. यह सेवाएं पूरी तरह से जीएसटी से फ्री हैं. उन्होंने इस बात को भी माना कि, ''नए श्मशान घाट के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल और वहां आवश्यक उपकरणों पर जीएसटी लगाया जाता है. अगर जीएसटी नहीं लगाया जाएगा तो कच्चा माल बनाने वाले लोगों को काफी नुकसान होगा, इसलिए उनका ख्याल रखते हुए वहां जीएसटी लगाया जाता है.