सतना : सतना जिले में समर्थन मूल्य पर धान और गेहूं खरीद केंद्र पाने के लिए फर्जीवाड़ा किया गया. दरअसल, समर्थन मूल्य पर खरीदी में अब स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी शामिल किया गया है, ऐसे में महिलाओं को भी रोजगार का अवसर सरकार द्वारा दिया गया, लेकिन इन स्व सहायता समूह की टेंडर प्रक्रिया में बैंक में निर्धारित राशि होना आवश्यक है. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. आरोपों के घेरे में सतना और मैहर जिले में संचालित होने वाले कई महिला स्व सहायता समूह हैं.
बैंक स्टेटमेंट में छेड़छाड़ कर जमा किए आवेदन
सरकारी गाइडलाइन के अनुसार समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्र पाने के लिए महिला स्व सहायता समूह द्वारा इसी माह नवंबर तक बैंक में दो लाख तक की राशि जमा होनी चाहिए. लेकिन इस गाइडलाइन को दरकिनार कर एक दर्जन से ज्यादा समूहों ने निर्धारित राशि बैंक खाते में न होने के बाबजूद बैंक स्टेटमेंट में छेड़छाड़ की. इन महिला समूहों ने अपने बैंक स्टेटमेंट में राशि दो लाख दर्शा दी. शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने जिला अग्रणी प्रबंधक से स्व सहायता समूहों की महिलाओं के बैंक खाते की जानकारी मांगी. जब बैंक द्वारा महिलाओं के खाते की राशि मैच की गई तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया.
खरीदी केंद्र के लिए 150 आवेदन, 12 महिलाओं ने किया फ्रॉड
इसमें पाया गया कि स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दिए गए स्टेटमेंट के मुताबिक खाते में 2 लाख तक की राशि नहीं है. फर्जीवाड़े का खुलासा होते ही कलेक्टर अनुराग वर्मा ने मामले की जांच जिला पंचायत सीईओ को सौंप दी. इस मामले में कलेक्टर अनुराग वर्मा का कहना है "प्रारंभिक रूप से महिलाओं के समूह में पर्याप्त राशि नहीं मिली है. इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं."
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आवेदनों की जांच में सामने आया फर्जीवाड़ा
वहीं, जिला अग्रणी प्रबंधक गौतम शर्मा का कहना है "समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर सतना व मैहर जिले में करीब 150 महिलाओं के आवेदन प्राप्त हुए. इसमें कलेक्टर के समक्ष आए आवेदन के बैंक स्टेटमेंट में गड़बड़ी पाई गई. बैंक खाते के स्टेटमेंट में छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा किया गया है. इसमें करीब एक दर्जन महिलाओं के खाते का फर्जीवाड़ा सामने आया है. इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मध्यांचल ग्रामीण बैंक के अलावा कुछ और बैंक शामिल हैं."