चरखी दादरी: सर्व कर्मचारी संघ पुरानी पेंशन बहाली व कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने सहित 15 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर है. बुधवार को राज्य कोषाध्यक्ष की अगुवाई में चरखी दादरी सर्व कर्मचारी संघ कार्यालय पर दादरी व झज्जर के पदाधिकारियों ने बैठक की. बैठक जिला अध्यक्ष कृष्ण उण की अध्यक्षता में आयोजित हुई. इसमें लंबित मांगों को लेकर विचार विमर्श किया गया. साथ ही आंदोलन की रणनीति तैयार करते हुए जल्द ही सड़क पर उतरकर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी गई.
भाजपा झूठ बोलकर सत्ता में आई है : बता दें कि सर्व कर्मचारी संघ के राज्य कोषाध्यक्ष आज चरखी दादरी पहुंचे थे, जहां उन्होंने दादरी व झज्जर के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक लेते हुए लंबित मांगों को लेकर विचार-विमर्श किया गया. आंदोलन को लेकर उनके सुझाव लिए गए. बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने सभी राजनीतिक दलों को पुरानी पेंशन बहाल करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, एचकेआरएन को भंग करने आदि 15 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था. उस दौरान सभी पार्टियों ने उनकी सरकार बनने पर कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने के बावजूद भी कर्मचारियों की मांगों को पूरा ना करके वादाखिलाफी की जा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ बोलकर सत्ता में आई है.
कर्मचारी जल्द ही रोड पर होंगे : मीडिया से रूबरू होते हुए सर्व कर्मचारी संघ के राज्य कोषाध्यक्ष सुखदर्शन सरोहा ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद भी उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिसके चलते कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश है और कर्मचारी आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. उसी को लेकर आज की ये बैठक आयोजित की गई है जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि कर्मचारी जल्द ही रोड पर होंगे और प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा.
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