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दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी से डॉक्टरों ने हटाया क्रिटिकल ट्यूमर, दो दिन में महिला मरीज को मिली छुट्टी - Robotic Surgery

ROBOTIC SURGERY: दिल्ली के सरगंगा राम अस्पताल में डॉक्टरों ने एक महिला मरीज के शरीर से दुर्लभ ट्यूमर निकाला है. ये ट्यूमर रोबोटिक सर्जरी से निकाला गया है. डॉक्टरों ने रोबोटिक सर्जरी की दिशा में एक और सफलता हासिल कर ली है.

रोबोटिक सर्जरी से डॉक्टरों ने हटाया क्रिटिकल ट्यूमर
रोबोटिक सर्जरी से डॉक्टरों ने हटाया क्रिटिकल ट्यूमर (SOURCE: ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 18, 2024, 9:58 AM IST

Updated : Jun 18, 2024, 11:02 AM IST

नई दिल्ली: रोबोटिक सर्जरी का एक सफल केस दिल्ली के सरगंगा राम अस्पताल से सामने आया है. जहां डॉक्टरों ने मरीज की सर्जरी रोबोटिक प्रणाली से बहुत ही कम कट और बहुत ही कम खतरे के साथ सफल की है. वो भी बिना किसी साइट इफेक्ट के.

एक संवेदनशील सर्जिकल प्रक्रिया में सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर्स ने रोबोटिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके एक युवा महिला के मूत्राशय और गर्भाशय के बीच एक कठिन ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया. मरीज सुनीता ने हाल ही में शादी की थी और परिवार शुरू करने की आशा थी, जिससे सर्जरी की सफलता और भी महत्वपूर्ण बन गई.

सुनीता पहली बार सर गंगाराम अस्पताल आईं जहां उन्होंने मामूली यूरिन संबंधी समस्याओं का सामना किया. इसके बाद डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने एक उल्ट्रासाउंड करवाया. उल्ट्रासाउंड में उनकी मूत्राशय और गर्भाशय के बीच एक 6x5x4 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया. ये ट्यूमर सुनीता के भविष्य में मां बनने के रास्ते में परेशानी बन सकता था. इसके प्रभाव के बारे में चिंतित होते हुए सुनीता ने एक सीटी स्कैन और एमआरआई जांच भी करवाई. सर गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी विभाग ने निर्धारित किया कि ट्यूमर की सटीक प्रकृति छवि या बायोप्सी से पुष्टि नहीं की जा सकती थी क्योंकि इसकी स्थिति कठिन थी. फिर डॉक्टरों ने सर्जिकल तरीके से इसको हटाने की योजना बनाई.

क्यूोकिं ट्यूमर गर्भाशय, मूत्राशय और बाएं यूरीटर के करीब था. इसलिए इन अंगों को सुरक्षित रखने के लिए बड़ी देखभाल चाहिए थी. मुख्य सर्जन डॉ. विपिन त्यागी ने कहा कि इस सर्जरी में चुनौतियां थीं. हमें ट्यूमर को बिना गर्भाशय, मूत्राशय या यूरेटर को प्रभावित किए हटाना था. इसके साथ ही एक बड़ी कटौती से बचना था जो मरीज के भविष्य के गर्भावस्था योजनाओं को कठिन बना सकती थी.

इस कठिन प्रक्रिया को संभालने के लिए डॉ. विपिन त्यागी, यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार और रोबोटिक सर्जरी कोऑर्डिनेटर और डॉ. अंकित त्यागी, यूरोलॉजी विभाग के उप-सलाहकार ने रोबोटिक सर्जरी का चयन किया.

उन्होंने उन्नत रोबोटिक प्रणाली का उपयोग करके छोटे कट लगाकर मेकेनिकल हाथों और उपकरणों की सहायता से ट्यूमर को संयुक्त काटकर निकाला. ये रोबोटिक प्रौद्योगिकी अंगों के बीच कठिन गहराई में पहुंचने और ट्यूमर को किसी भी सहायक हानि के बिना हटाने के लिए महत्वपूर्ण रही. सर्जन ने बताया कि 3डी विजुअलाइजेशन और विविध उपकरणो ने हमें इस स्तर का नियंत्रण प्रदान किया जो गर्भाशय और अन्य महत्वपूर्ण संरचनाओं की रक्षा के लिए आवश्यक था.

दो दिन बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिली

सफल सर्जरी के बाद सनीता को अच्छी रिकवरी हुई और उन्हें अस्पताल से केवल दो दिनों के बाद छुट्टी दे दी गई. रोबोटिक सर्जरी की तकनीक से ट्यूमर हटाये जाने से उनकी प्रजनन क्षमता संरक्षित रही. इससे सुनीता अब परिवार शुरू करने की अपनी इच्छा को पूरा कर पाएंगी. सर गंगाराम अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुधीर चड्ढा ने कहा कि गंगाराम हॉस्पिटल में हम सभी नवीनतम और कटिंग-एज प्रौद्योगिकी प्रदान कर रहे हैं ताकि मरीजों का उत्तम इलाज हो सके.
ये भी पढ़ें-रोबोटिक सर्जरी के जरिए दूर बैठे कई बीमारियों का किया जा सकता है इलाज, राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में संचालित हो रहा एसएसआई मंत्र

नई दिल्ली: रोबोटिक सर्जरी का एक सफल केस दिल्ली के सरगंगा राम अस्पताल से सामने आया है. जहां डॉक्टरों ने मरीज की सर्जरी रोबोटिक प्रणाली से बहुत ही कम कट और बहुत ही कम खतरे के साथ सफल की है. वो भी बिना किसी साइट इफेक्ट के.

एक संवेदनशील सर्जिकल प्रक्रिया में सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर्स ने रोबोटिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके एक युवा महिला के मूत्राशय और गर्भाशय के बीच एक कठिन ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया. मरीज सुनीता ने हाल ही में शादी की थी और परिवार शुरू करने की आशा थी, जिससे सर्जरी की सफलता और भी महत्वपूर्ण बन गई.

सुनीता पहली बार सर गंगाराम अस्पताल आईं जहां उन्होंने मामूली यूरिन संबंधी समस्याओं का सामना किया. इसके बाद डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने एक उल्ट्रासाउंड करवाया. उल्ट्रासाउंड में उनकी मूत्राशय और गर्भाशय के बीच एक 6x5x4 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया. ये ट्यूमर सुनीता के भविष्य में मां बनने के रास्ते में परेशानी बन सकता था. इसके प्रभाव के बारे में चिंतित होते हुए सुनीता ने एक सीटी स्कैन और एमआरआई जांच भी करवाई. सर गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी विभाग ने निर्धारित किया कि ट्यूमर की सटीक प्रकृति छवि या बायोप्सी से पुष्टि नहीं की जा सकती थी क्योंकि इसकी स्थिति कठिन थी. फिर डॉक्टरों ने सर्जिकल तरीके से इसको हटाने की योजना बनाई.

क्यूोकिं ट्यूमर गर्भाशय, मूत्राशय और बाएं यूरीटर के करीब था. इसलिए इन अंगों को सुरक्षित रखने के लिए बड़ी देखभाल चाहिए थी. मुख्य सर्जन डॉ. विपिन त्यागी ने कहा कि इस सर्जरी में चुनौतियां थीं. हमें ट्यूमर को बिना गर्भाशय, मूत्राशय या यूरेटर को प्रभावित किए हटाना था. इसके साथ ही एक बड़ी कटौती से बचना था जो मरीज के भविष्य के गर्भावस्था योजनाओं को कठिन बना सकती थी.

इस कठिन प्रक्रिया को संभालने के लिए डॉ. विपिन त्यागी, यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार और रोबोटिक सर्जरी कोऑर्डिनेटर और डॉ. अंकित त्यागी, यूरोलॉजी विभाग के उप-सलाहकार ने रोबोटिक सर्जरी का चयन किया.

उन्होंने उन्नत रोबोटिक प्रणाली का उपयोग करके छोटे कट लगाकर मेकेनिकल हाथों और उपकरणों की सहायता से ट्यूमर को संयुक्त काटकर निकाला. ये रोबोटिक प्रौद्योगिकी अंगों के बीच कठिन गहराई में पहुंचने और ट्यूमर को किसी भी सहायक हानि के बिना हटाने के लिए महत्वपूर्ण रही. सर्जन ने बताया कि 3डी विजुअलाइजेशन और विविध उपकरणो ने हमें इस स्तर का नियंत्रण प्रदान किया जो गर्भाशय और अन्य महत्वपूर्ण संरचनाओं की रक्षा के लिए आवश्यक था.

दो दिन बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिली

सफल सर्जरी के बाद सनीता को अच्छी रिकवरी हुई और उन्हें अस्पताल से केवल दो दिनों के बाद छुट्टी दे दी गई. रोबोटिक सर्जरी की तकनीक से ट्यूमर हटाये जाने से उनकी प्रजनन क्षमता संरक्षित रही. इससे सुनीता अब परिवार शुरू करने की अपनी इच्छा को पूरा कर पाएंगी. सर गंगाराम अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुधीर चड्ढा ने कहा कि गंगाराम हॉस्पिटल में हम सभी नवीनतम और कटिंग-एज प्रौद्योगिकी प्रदान कर रहे हैं ताकि मरीजों का उत्तम इलाज हो सके.
ये भी पढ़ें-रोबोटिक सर्जरी के जरिए दूर बैठे कई बीमारियों का किया जा सकता है इलाज, राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में संचालित हो रहा एसएसआई मंत्र

Last Updated : Jun 18, 2024, 11:02 AM IST
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