नई दिल्ली/गाजियाबाद: डासना मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. नरसिंहानंद गिरी के शिष्य गाजियाबाद जिला मुख्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे हैं. यह अनशन नरसिंहानंद गिरी को जेड प्लस सुरक्षा देने की मांग को लेकर किया जा रहा है. कलेक्ट्रेट के बाहर आमरण अनशन करने वालों में यति रामस्वरूपानंद, यति रणसिंहानन्द, यति निर्भयानंद, यति असीमानंद और लाल बाबा शामिल हैं. संन्यासियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर संज्ञान नहीं लिया जाएगा, तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा.
अनशन के दौरान रणसिंहानन्द गिरी महाराज ने कहा कि यह बहुत गलत हो रहा है. हम केवल अपने गुरु के लिये लोकतांत्रिक तरीके से उचित सुरक्षा मांग रहे हैं. यति संन्यासियों ने कहा कि नरसिंहानंद गिरी ने अपना पूरी जीवन विश्व को इस्लामिक जिहाद की सच्चाई और खतरे से अवगत कराने में लगाया है. इसके कारण दुनिया भर के इस्लामिक देश उनकी जान के पीछे पड़े हैं. हम अपने गुरु के सम्मान और स्वाभिमान के लिये मर मिटेंगे. पुलिस और प्रशासन हमें लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाने दें.
"हम केवल इतना चाहते हैं कि हमारे जनप्रतिनिधि हमारी एक मांग को केंद्र सरकार के सामने उचित जगह रख दे. हमारा दुर्भाग्य ही है कि हमसे हमारी बात लोकतांत्रिक तरीके से रखने का अधिकार भी छीन लिया गया है."
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी, पीठाधीश्वर शिव शक्ति धाम डासना
यति रामस्वरूपानंद गिरी का कहना है कि दिसंबर 2023 में पैड़ी हरिद्वार से अपने गुरु को जेड प्लस सुरक्षा दिलाने की मांग को लेकर पदयात्रा शुरू की थी. जब यह पदयात्रा गाजीपुर बॉर्डर पहुंची तो पुलिस द्वारा इसे रोक दिया गया. आश्वासन मिला था की दो हफ्ते में मांग पूरी की जाएगी. मांग पूरी नहीं हुई है इसलिए आज हम आमरण अनशन पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि जब मांग पूरी नहीं होगी आमरण अनशन चलता रहेगा.