गोड्डा: संथाल परगना की तीन लोकसभा सीटों पर एक जून को मतदान होगा. ऐसे में कई दिग्गजों का भविष्य दांव पर लगा है. क्षेत्र के मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. जानिए कौन-कौन दिग्गज माने जाते हैं चुनावी रेस का घोड़ा.
राजमहल में विजय हांसदा, ताला मरांडी और लोबिन हैं चुनावी रेस का घोड़ा
झारखंड के संथाल परगना के राजमहल, दुमका और गोड्डा लोकसभा सीट पर एक जून को मतदान होना है. इन तीन लोकसभा में जिन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है उनमें राजमहल से निवर्तमान सांसद विजय हांसदा हैं. विजय हांसदा लगातार दो बार इस सीट से चुनाव जीते थे. इस बार तीसरी दफा चुनाव मैदान में हैं और उनका मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी ताला मरांडी के साथ-साथ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे लोबिन हेंब्रम से है. ऐसे में राजमहल का मुकाबला तीन कोण में फंसा दिख रहा है.
दुमका में सीता सोरेन और नलिन सोरेन में आमने-सामने की टक्कर
वहीं दुमका की बात करें तो गुरुजी शिबू सोरेन के गढ़ में उनकी बड़ी बहू सीता सोरेन पार्टी से बगावत कर भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. वहीं सोरेन परिवार की इज्जत वाली सीट को बचाने का जिम्मा शिकारीपाड़ा के सात बार के विधायक नलिन सोरेन को मिला है. कुल मिला कर सीता और नलिन के बीच मुकाबला आमने-सामने का है.
गोड्डा में मुख्य मुकाबला भाजपा के निशिकांत और कांग्रेस के प्रदीप के बीच
वहीं संथाल परगना के इकलौता सामान्य सीट गोड्डा सबसे हॉट सीट माना जा रहा है. दो चिर प्रतिद्वंदी भाजपा से निशिकांत दुबे और कांग्रेस से प्रदीप यादव यहां आमने-सामने हैं. दोनों की तल्खी सर्वविदित है. इनमे से निशिकांत लगातार गोड्डा से तीन बार के सांसद हैं तो प्रदीप यादव एक बार सांसद और लगातार पांच बार के विधायक हैं.
गोड्डा में निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक झा के आने से बना तीसरा कोण
वहीं की राजनीतिक जानकारों का मानना है कि गोड्डा लोकसभा सीट पर इस बार निर्दलीय अभिषेक झा के मैदान पर उतरने से त्रिकोणीय मुकाबला देखने के मिल सकता है. अब जनता लोकतंत्र में जनार्दन है और जिसे चाहेगी उसे अपना मत देकर जिताएगी.
ये भी पढ़ें-
सातवें और अंतिम चरण में कई दिग्गजों के किस्मत का फैसला करेगी संताल की जनता - Lok Sabha Election 2024