वाराणसी: पूर्व उप प्रधानमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को सरकार भारत रत्न से सम्मानित करने जा रही है. इसे लेकर पूरे देश में उत्साह है. ऐसे में धर्म और आध्यात्मिक काशी से अखिल भारतीय संत समिति ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है. लालकृष्ण आडवाणी को ढेर सारी शुभकामनाएं भी दी गई हैं. अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री दंडी स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.
बतातें चले कि लालकृष्ण आडवाणी ने ही सोमनाथ से अयोध्या तक 25 दिसंबर 1990 को रथ यात्रा का शुभारंभ किया था. उस समय केंद्र में विश्वनाथ प्रताप की सरकार थी. भाजपा और कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थन से विश्वनाथ प्रताप की सरकार बनी थी. लेकिन, राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पीछे से कांग्रेस सरकार की चल रही थी. हालांकि विश्वनाथ प्रताप कभी नहीं चाहते थे कि आडवाणी की रथ यात्रा निकाली जाए. नहीं तो आडवाणी की रथ यात्रा 1985 में ही निकल जाती.
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स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी वो नायक है, जिन्होंने सत्ता में भारतीय जनता पार्टी को लाने का काम किया था. लालकृष्ण आडवाणी ने पालनपुर में हिमाचल प्रदेश राजनीतिक प्रस्ताव के जरिए श्री राम जन्मभूमि मुक्ति का शंखनाद किया था. सोमनाथ से लेकर अयोध्या के रथ यात्रा का शुभारंभ किया. ऐसे जननायक और भारतीय राजनीति के विचारक चिंतक वरिष्ठ राजनेता लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत सरकार के द्वारा भारत रत्न का सम्मान दिए जाने पर अखिल भारतीय संत समिति हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता है. आर्य विश्वास करती है, कि आने वाले दिनों में राष्ट्र नायकों का सम्मान ऐसे ही बना रहेगा.
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