बालोद: बालोद जिले की सियासत में एक बार फिर सिन्हा दंपत्ति चर्चा में हैं. एक दिन पहले पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा पर विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया. रविवार को विधायक संगीता सिन्हा थाना गुरुर के प्रभारी के चैंबर में डटी रही. विधायक ने एक महिला के छेड़छाड़ के मामले में अपराध दर्ज नहीं करने की शिकायत लेकर थाना परिसर में ही धरना दे दिया. उनके समर्थक भी परिसर के बाहर धरने पर थे. हालांकि बाद में थाने में शिकायत दर्ज किया गया.
महिला ने की छेड़छाड़ की शिकायत: छेड़छाड़ के मामले में शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत तो की गई, लेकिन थाने में अपराध दर्ज नहीं किया गया. विधायक की ओर से आरोप लगाया गया कि उनके द्वारा लिखित शिकायत में यह दर्ज किया गया है कि 12 जुलाई को जब कमर्शियल परिसर में पुलिस बुलडोजर कार्रवाई कर रही थी तब उनके साथ छेड़छाड़ हुई. महिला पार्षद कुंती सिन्हा जो कि भाजपा की अधिकृत पार्षद हैं, उनसे बात करने के लिए उनके घर या ऑफिस की ओर जा रहे थी. तभी उनके दामाद अनुराग जैन ने उनके साथ छेड़छाड़ की है. साथ ही अपमानित करने का प्रयास किया.
"प्रार्थी की शिकायत पर धारा 74, 296, 115 (3) (5) के तहत मामला दर्ज किया गया है. शिकायत के बाद 14 दिन तक जांच किया जाता है, उसके बाद आगे कार्रवाई की जाती है, इसलिए थोड़ी देरी हुई. विधायक जी के निवेदन पर आज फिर शिकायत दर्ज किया गया है. ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई थी. हालांकि इस संदर्भ में हमें कोई भी दस्तावेज नहीं मिले हैं." -राजेश बागड़े, डीएसपी
2 घंटे थाने में बैठी रहीं विधायक: विधायक संगीता सिन्हा 2 घंटे तक थाना परिसर में बैठी रहीं. पुलिस के आला अधिकारी भी वहां मौजूद थे. बाहर भी समर्थकों की भीड़ थी. विधायक संगीता सिन्हा का आरोप है कि उनके पति भैया राम सिन्हा पर सरकार और भाजपा के लोगों के दबाव में आकर अपराध पंजीबद्ध किया गया है. क्षेत्र में छेड़छाड़ होने के बावजूद शिकायत दर्ज नहीं किया जा रहा है. आखिर इस मामले में अब तक अपराध क्यों नहीं दर्ज किया गया है?
"उनके पास किताबें हैं पूरा सिस्टम है. एक आता था एक जाता था. कोई ठीक से सामना नहीं करता था. पूरे दबाव में हैं. ये दबाव में आकर काम कर रहे हैं. मैं सुबह 11:00 से यहां पर बैठी हुई हूं. शाम होते-होते अपराध पंजीबद्ध किया गया है. आखिर ये किसे बार-बार फोन करने जाते थे." -संगीता सिन्हा, विधायक
बता दें कि कमर्शियल परिसर तोड़े जाने के बाद से सियासी सरगर्मियां तेज हुई है. विधायक ने और पूर्व विधायक ने इसे रोकने का पुरजोर प्रयास किया, पर प्रशासन नहीं माना. वहीं, शिकायतकर्ता भाजपा के लोग पूरी घटना के दौरान मुंह छिपा रहे थे. दूसरी ओर एक पार्षद कुंती सिंह जो कुछ महिलाओं के हाथों गुस्से का शिकार हो गई. इसके बाद से इस मामले को लेकर भाजपा की तरफ से अब तक कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है.