श्रीनगर: इन दिनों पर्यटन नगरी पौड़ी में हर तरफ कूड़ा ही कूड़ा नजर आ रहा है. इसकी वजह पर्यावरण मित्रों (सफाईकर्मी) का हड़ताल पर जाना है. जिसके चलते सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. सफाई न होने से बदबू और गंदगी फैल गई है. जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया. वहीं, जब स्थानीय महिलाएं कूड़ा साफ करने उतरीं तो पर्यावरण मित्रों ने विरोध जता दिया. जिससे पर्यावरण मित्र और महिला समूह आमने-सामने आ गए. जिसके चलते काफी देर तक बीच सड़क पर जमकर बहस हुई.
![Clash Over Garbage in Pauri](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-07-2024/22036179_garbage-pauri.jpg)
दरअसल, पौड़ी में पर्यावरण मित्र (सफाईकर्मी) वाल्मीकि मूर्ति स्थापना की स्थापना की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. जिसके चलते नगर में साफ सफाई नहीं हो पा रही है. इस कूड़े से परेशान होकर राज्य आंदोलनकारी बीरा भंडारी के नेतृत्व में एक महिला समूह नगर में सफाई अभियान चला रहा है. इसी कड़ी में महिला समूह को पौड़ी बस अड्डे पर ही कूड़े का अंबार दिखाई दिया तो उन्होंने कूड़ा साफ करने के लिए कमर का कसी. जिसकी जानकारी हड़ताली पर्यावरण मित्रों को मिल गया.
![Clash Over Garbage in Pauri](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-07-2024/22036179_garbage.png)
जिस पर वो आग बबूला हो गए और धरना स्थल से सीधे बस अड्डे पहुंच गए. जहां पर उनकी सफाई कर रही महिलाओं के साथ तीखी नोकझोंक हो गई. पर्यावरण मित्रों ने जमकर हंगामा किया. उधर, बस अड्डे पर हंगामा की सूचना मिलते ही पौड़ी नगर पालिका प्रशासन और पुलिस भी मौके पर पहुंची. जहां उन्होंने दोनों पक्षों को समझने की कोशिश की. वहीं, हंगामे की वजह से काफी देर तक सड़क के दोनों ओर जाम की स्थिति बनी रही. काफी देर बाद बमुश्किल मामला शांत हुआ.
![Clash Over Garbage in Pauri](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-07-2024/22036179_garbage-problem.png)
क्या बोले पालिका ईओ? पौड़ी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी गौरव भसीन ने बताया कि वाल्मीकि मूर्ति स्थापना को लेकर पर्यावरण मित्र हड़ताल कर रहे हैं. जिसके कारण यहां पर कूड़ा जमा हो गया. महिला समूह की ओर से सफाई की जा रही थी, जिसका विरोध वाल्मीकि समाज के पर्यावरण मित्रों ने कर दिया. उन्होंने बताया कि वाल्मीकि मूर्ति स्थापना को लेकर कार्रवाई गतिमान है. जल्द ही वाल्मीकि समाज की मांग को जिला प्रशासन की ओर से पूरा किया जाएगा.
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