रोहतास: बिहार में बालू माफियाओं का आतंक सिर चढ़ कर बोल रहा है. आलम यह कि पुलिस पर हमला करने से भी गुरेज नहीं करते. इस बार बालू माफियाओं ने एक दैनिक अखबार के पत्रकार को निशाना बनाया है. दरअसल रोहतास के काराकाट इलाके में ओवर लोडेड बालू लदे जब्त ट्रक की खबर को कवर करने गए एक पत्रकार को बालू माफियाओं ने पहले तो किडनैप कर लिया, फिर उसे पीटा और जान से मारने की धमकी दी.
बालू माफियाओं का आतंक: मिली जानकारी के मुताबिक काराकाट थाना अंतर्गत सुकहारा डिहरी गांव के एक चिमनी भट्ठा पर खड़े पांच ओवरलोड ट्रकों की खबर कवर करने से नाराज बालू माफियाओं ने काराकाट के पत्रकार अशोक कुमार सिंह को जबरन उठा कर अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में बिठा कर अपहरण कर ले गए, जिन्हें तीन घंटे बाद रिहा किया गया. इस दौरान पत्रकार की मारपीट भी की गई.
पत्रकार ने थाने में की शिकायत: वहीं अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद अशोक सिंह काराकाट थाने पहुंचे, जहां तीन नामजद और दो अज्ञात सहित कुल पांच आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई. घटना के संबंध में अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे उन्हें जानकारी मिली की गांव के एक ईंट भट्ठा पर खड़े पांच ओवरलोड ट्रकों को खनन निरीक्षक ने पकड़ा है. उसी की खबर बनाने वहां गए थे. इसी दौरान माफियाओं ने उन्हें पकड़ लिया.
"मामले की जानकारी मिलते ही मैं वहां पहुंचा और जब्त ट्रकों का वीडीओ, फोटो बनाने लगे. इसी दौरान खनन निरीक्षक राहुल कुमार के सामने ही बालू माफियाओं और उनके लाइनर द्वारा मेरी बाइक रोक कर मेरी गाड़ी का चाबी निकाल लिया गया और जबरिया मुझे उनके स्कॉर्पियो में बैठा लिया गया. गाड़ी के अंदर बैठे लोगों द्वारा कट्टा का भय दिखा कर वीडीओ व फोटो मोबाइल से डिलीट कर दिया गया"- अशोक सिंह, पत्रकार
पत्रकार ने खनन निरीक्षक पर लगाया आरोप: पीड़ित पत्रकार ने बताया कि उसे किडनैप कर बारुण ले जाया गया, जहां उसके साथ मारपीट की गई. बाद में किसी तरह वे वहां से निकल कर बरडीहा नासरीगंज पहुंचे, जहां से बाइक लेकर दोबारा भट्ठे पर पहुंचे. पत्रकार ने इस घटना के लिए खनन निरीक्षक राहुल कुमार को जिम्मेवार बताया है. उसने कहा कि अगर वह बालू माफियाओं का फोटो-वीडियो लेने से मना करने के लिए नहीं कहे होते तो ऐसा नहीं होता.
मामले पर खनन निरीक्षक का बयान: वहीं इस मामले को लेकर अनुमंडलीय खनन निरीक्षक राहुल कुमार ने बताया कि जिन पांच गाड़ियों को पकड़ा गया है, उन पर भी चेचिस नंबर से ही प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. उन्होंने माना कि यहां बालू लदी अवैध गाड़ियों का परिचालन होता है. बता दें कि काराकाट सांसद महाबली सिंह के सांसद प्रतिनिधि पूर्व मुखिया सूर्यवंश सिंह के ईंट भट्टा पर यह सारा घटनाक्रम हुआ, जहां वह खुद मौजूद थे.
मेरे भट्ठा पर पांच अंजान ट्रकों के खड़ा होने की जानकारी मुंशी द्वारा दी गई. जिसके बाद मैं वहां पहुंचा, तो देखा कि यहां खनन निरीक्षक के साथ पुलिस बल मौजूद थे. तभी पत्रकार अशोक सिंह वहां पहुंचे और फोटो वीडीओ बनाने लगे. बाद में जब वे वहां से निकले तो पता चला कि उनका अपहरण हो गया है. तब से लेकर उनके लौटने तक मैं भट्ठे पर ही मौजूद रहा और सभी घटनाक्रम का मैं खुद गवाह हूं- सूर्यवंश सिंह, सांसद प्रतिनिधि पूर्व मुखिया
डीएसपी ने जांच की कही बात: वहीं इस पूरे मामले को लेकर पूछे जाने पर बिक्रमगंज डीएसपी कुमार संजय ने कहा कि 'हम मामले की जांच में जुटे हैं. इसके लिए अधिकारी को भी गंभीरता से जांच करने को कहा गया है. जो भी दोषी होगा, वह बक्शा नहीं जायेगा.'
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