खूंटीः जिले के कामडारा वाया जरियागढ़ कर्रा की सड़कों पर चलने वाले तेज रफ्तार हाइवा से ग्रामीण भयभीत हैं. दो वर्षों के भीतर तेज रफ्तार हाइवा की चपेट में आने से लगभग दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद रफ्तार में ब्रेक नहीं लग पा रहा है. इस कारण क्षेत्र के ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मामले में कार्रवाई की मांग की है.
बेखौफ होकर सड़कों पर दौड़ रहे तेज रफ्तार हाइवा
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि तोरपा और कर्रा प्रखंड क्षेत्र में कारो और छाता नदी से दिनदहाड़े अवैध बालू का खनन कर देर रात हाइवा से बालू की ढुलाई होती है और बालू का अवैध परिवहन रोकने के लिए गठित टास्क फोर्स कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करता है. इस कारण रेत माफियाओं का मनोबल बढ़ गया है. इस कारण दिन हो या रात बेखौफ होकर सड़कों पर हाइवा तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं और उस रफ्तार के बीच जो आया उसकी मौत तय है.
शाम ढलने के बाद सड़क पर नहीं निकलते ग्रामीण
सड़कों पर देर रात हाइवा के खौफ से सड़क किनारे गांव में रहने वाले ग्रामीण खौफ के साये में जी रहे हैं. खौफ इतना है कि शाम ढलते ही राहगीर भी सड़कों पर नहीं निकलते हैं. सड़कों पर बेखौफ होकर दौड़ने वाले हाइवा की रफ्तार इतनी है कि जो आया उसके परखच्चे उड़ना तय है. यही कारण है कि लोग सड़कों पर चलने से डरने लगे हैं.
अवैध परिवहन पर रोक लगाने के लिए मुखर ग्रामीण
अब सड़कों पर लगातार हो रहे हादसों के बाद ग्राम सभा से लेकर स्थानीय ग्रामीण और जनप्रतिनिधि अवैध बालू का खनन और परिवहन पर लगाम लगाने के लिए मुखर होने लगे हैं. इस संबंध में तोरपा अनुमंडल क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि बालू लदे हाइवा की रफ्तार देखकर सबसे रौंगटे खड़े हो जाते हैं. ज्यादातर घटनाएं तेज रफ्तार हाइवा के कारण होती हैं.
जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन से बचने के लिए हाइवा तेज रफ्तार में चलता है. जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन, पुलिस और सड़क सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि अवैध बालू लदे हाइवा की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करें.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
जबकि कुछ जनप्रतिनिधियों ने मामले में स्थानीय पुलिस पर अनदेखी का आरोप लगाया है. जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि थाने के सामने से अवैध बालू लदे हाइवा गुजर जाते हैं, लेकिन पुलिस गाड़ियों को रोकने की जहमत नहीं उठाती है. जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मामले में कार्रवाई की मांग की है, ताकि अवैध बालू का खनन और परिवहन पर रोक लग सके. जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि क्षेत्र में जनजागरुकता के साथ बालू के अवैध खनन और परिवहन पर सख्त कार्रवाई हो नहीं तो प्रखंड क्षेत्र के सभी ग्राम सभा उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे.
तोरपा डीएसपी ने रफ्तार पर ब्रेक लगाने का दिया है निर्देश
उधर, तोरपा डीएसपी ख्रिस्तोफर केरकेट्टा सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जागरुकता अभियान चला रहे हैं. सभी पेट्रोल पंप मालिकों को बगैर हेलमेट लोगों को पेट्रोल नहीं देने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में तेज रफ्तार से चलने वाली गाड़ियों और चालकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश थाना प्रभारियों को दिया गया है. उन्होंने बताया कि तेज रफ्तार से चलने वाले बालू लदे हाइवा को रोकने का काम खनन विभाग का है. हालांकि तोरपा पुलिस लगातार खनन विभाग का सहयोग करती रही है.
एसडीओ ने चेकपोस्ट और बैरिकेडिंग लगाने का दिया निर्देश
वहीं इस संबंध में प्रभारी एसडीओ अरविंद कुमार ओझा ने बताया कि सड़कों पर तेज रफ्तार हाइवा को रोकने के लिए थाना प्रभारियों को चेकपोस्ट और बैरिकेडिंग लगाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही डीटीओ और रोड डिवीजन के पदाधिकारियों को सड़कों पर ब्रेकर लगाने का भी निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि सड़कों पर तेज रफ्तार के कारण लोगों की मौत हो रही है, जो दुःखद है. एसडीओ ने कहा कि अवैध परिवहन के खिलाफ प्रशासन सख्त है और लगातार कार्रवाई की जा रही है.
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