लखनऊ: संभल में जमा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल लगातार वहां के हालात का जायजा लेने के लिए जाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन, शासन और प्रशासन किसी को भी संभल जाने नहीं दे रहा है. शनिवार को सपा का प्रतिनिधिमंडल नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय के नेतृत्व में संभल जाने के लिए निकला था. लेकिन, माता प्रसाद समेत सपा के कई बड़े नेताओं को प्रशासन ने हाउस एरेस्ट कर दिया था.
इसी ऐसी कड़ी में सोमवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सभी सांसदों और विधायकों के साथ संभल जाने की तैयारी में हैं. उनके संभल जाने की घोषणा के बाद पुलिस ने उन्हें नोटिस थमाया है, जिसमें पुलिस ने कहा है कि उनके वहां जाने से शांति व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है. हालांकि पुलिस की नोटिस पर अजय राय ने कहा कि वह किसी भी हाल में आज संभल जरूर जाएंगे.
#WATCH लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, " उन्होंने मुझे नोटिस जारी किया है और कहा है कि मेरे दौरे से अव्यवस्था फैलेगी। निश्चित रूप से हम भी अव्यवस्था नहीं बल्कि शांति चाहते हैं। पुलिस और सरकार ने वहां जो अत्याचार और अन्याय किया है, मैं चाहता हूं कि मेरे नेतृत्व… https://t.co/6Y2qzarwMo pic.twitter.com/nWoWe9L1Fp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2024
अपने ऐलान के अनुसार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दोपहर 12 कार्यालय से बाहर निकले और संभल जाने लगे. लेकिन, पुलिस प्रशासन ने उनको और उनके दल को वहीं पर रोक लिया. कार्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया. काफी गहमा-गहमी के बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष वहीं धरने पर बैठ गए.
पार्टी कार्यालय पर रात भर डेरा डाले रहे अजय राय: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "पुलिस ने मुझे नोटिस जारी किया है और कहा है कि मेरे दौरे से अव्यवस्था फैलेगी. निश्चित रूप से हम भी अव्यवस्था नहीं बल्कि शांति चाहते हैं. पुलिस और सरकार ने वहां जो अत्याचार और अन्याय किया है, मैं चाहता हूं कि मेरे नेतृत्व को यह पता चले.
पुलिस ने मुझे नोटिस दिया है लेकिन मैं वहां शांतिपूर्वक जाऊंगा. कांग्रेस ऑफिस के बाहर पुलिस बल तैनात है. प्रशासन भले ही रोकने की कोशिश करेगा लेकिन, मैं संभल जरूर जाऊंगा." वहीं दूसरी तरफ संभल जाने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रविवार रात से ही प्रदेश पार्टी कार्यालय में रुके हुए हैं. उनके साथ भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर मौजूद हैं.
सत्ता के षड्यंत्र से संभल में हुई घटना ने संवैधानिक मूल्यों को तार-तार कर दिया। इस वीभत्स घटना ने देश की एकता, शांति व सौहार्द को गंभीर चोट पहुँचाया है। कांग्रेस पार्टी उन्हीं संवैधानिक मूल्यों को बचाने की लड़ाई लड़ती है, जिन पर भाजपा ने इस घटना के जरिये हमला किया है।
— Ajay Rai🇮🇳 (@kashikirai) November 30, 2024
उन्हीं… pic.twitter.com/LqtJb6gFS0
कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना हाउस एरेस्ट: संभल जा रहे कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों में शामिल विधायक आराधना मिश्रा मोना को पुलिस ने हाउस एरेस्ट कर लिया है. उनका कहना है कि संभल जाने का मुख्य कारण वहां हुई घटना है. इतनी बड़ी घटना हुई है जिसमें 4 लोगों की मौत हुई है और 30 से अधिक पुलिस वाले घायल हुए हैं.
" हम कांग्रेसजन पूर्वनियोजित योजना के अनुसार कल संभल जाने की तैयारी में हैं और प्रशासन आज रात से ही हमें रोकने में जुट गई है।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 1, 2024
हम शांतिपूर्वक गांधीवादी तरीक़े से उसका विरोध करते हुए सम्भल जाएंगे।"
: प्रदेश अध्यक्ष श्री @kashikirai जी pic.twitter.com/5tg8dRHdq8
यह कोई सामान घटना नहीं है. हमारा प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में वहां फैक्ट फाइंडिंग के लिए जाना चाहता था. शांति की अपील करना चाहता था. सरकार अपनी नाकामी का छुपाने के लिए 163 का हवाला दे कर हमे वहां नहीं जाने देना चहती है.
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