लखनऊ : संभल हिंसा में जेल में बंद आरोपियों से सपा नेताओं की मुलाकात कराने में कार्रवाई जारी है. डीजी जेल ने मुरादाबाद जेल के जेलर व डिप्टी जेलर के बाद अब जेल अधीक्षक पीपी सिंह को भी निलंबित कर दिया है. डीआईजी जेल की ओर से की गई जांच में जेल अधीक्षक की भूमिका भी संदिग्ध मिली थी. इसके बाद यह कार्रवाई की गई.
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने ईटीवी भारत को बताया कि संभल हिंसा के आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं. बीते सोमवार को समाजवादी पार्टी के विधायक नवाबजान, चौधरी समरपाल सिंह और पूर्व सांसद एसटी हसन समेत कई सपा नेताओं ने आरोपियों से मुलाकात की थी. इन नेताओं ने बिना पर्ची के मुलाकात की. यह जेल के नियमों का उल्लंघन है.
समाजवादी पार्टी, उत्तर प्रदेश
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 2, 2024
19, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ
प्रकाशन/प्रसारण हेतु- दिनांकः02.12.2024
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर मुरादाबाद जिला कारागार में बंद संभल हिंसा के निर्दोष लोगों से समाजवादी पार्टी… pic.twitter.com/CDxlTHwq2J
इसे लेकर जेलर विक्रम सिंह यादव व डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था. जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ DIG जेल से जांच करवाई गई थी. इनमें दोषी पाए जाने पर शासन को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी. इसके बाद शासन के आदेश पर शुक्रवार को जेल अधीक्षक को भी निलंबित कर दिया गया.
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बता दें कि संभल में 24 नवंबर को हिंसा हुई थी. इसमें 4 लोगों की जान चली गई थी. स्थानीय कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान यह हिंसा भड़की थी. इसमें 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे. मामले में करीब ढाई हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इनमें सांसद के अलावा विधायक के बेटे का भी नाम शामिल था.
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