लखनऊ : 21 मार्च को होने वाले विधान परिषद के चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी तीन प्रत्याशी उतारेगी. जबकि, भारतीय जनता पार्टी 10 प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है. संख्या बल के आधार पर समाजवादी पार्टी तीन उम्मीदवार आसानी से जीत लेगी. प्रत्याशी चयन को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी ने नेताओं के साथ विचार विमर्श किया है. सपा से जुड़े सूत्रों का दावा है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल एक बार फिर विधान परिषद जाएंगे.
इन्हें विधान परिषद भेजे जाने की तैयारी : सूत्रों का दावा है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श के बाद विधान परिषद में भेजे जाने वाले नाम को अंतिम रूप दे दिया है. प्रदेश अध्यक्ष व निवर्तमान विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम पटेल का नाम तय कर दिया गया है. इसके साथ ही पिछले दिनों बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले मुस्लिम चेहरे शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को भी विधान परिषद भेजे जाने की तैयारी कर ली गई है. इसके अलावा वरिष्ठ नेता बलराम यादव को भी विधान परिषद भेजने पर सहमति जताई गई है.
वर्तमान समय में हैं विधान परिषद के सदस्य : सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल वर्तमान समय में भी विधान परिषद के सदस्य हैं. वह तीन बार विधान परिषद के सदस्य और दो बार विधायक रह चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक, नरेश उत्तम पटेल को एक बार फिर विधान परिषद भेज कर जातीय समीकरण को दुरुस्त करना चाहती है. कुर्मी बिरादरी से आने वाले नरेश उत्तम पटेल की पकड़ और पहुंच बुंदेलखंड के फतेहपुर, बांदा, प्रतापगढ़ जैसे जिलों में मजबूत मानी जाती है. ऐसे में उन्हें समाजवादी पार्टी एक बार फिर एमएलसी बनाने जा रही है. इसके अलावा आजमगढ़ से 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने वाले शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को भी विधान परिषद भेजे जाने पर अखिलेश यादव ने सहमति जताई है. उनकी भी अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है.
बलराम यादव सपा के वरिष्ठ नेता : इसके अलावा समाजवादी पार्टी की सरकार में शिक्षा मंत्री रहे बलराम यादव को भी सपा नेतृत्व की तरफ से विधान परिषद सदस्य बनाए जाने की हरी झंडी दी गई है. आजमगढ़ के रहने वाले बलराम यादव सपा के वरिष्ठ नेता हैं और कई बार के विधायक भी हैं. संग्राम सिंह यादव जोकि समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. बलराम यादव उनके बेटे हैं और आजमगढ़ क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ और पहुंच बताई जाती है. जल्द ही तीनों विधान परिषद के उम्मीदवार अखिलेश यादव की मौजूदगी में विधान भवन में नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.
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