मुरादाबाद/लखनऊ: यूपी के संभल जिले में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर बवाल और हिंसा हुई थी. हिंसा के आरोपियों को गिरफ्तार करके मुरादाबाद की जेल में रखा गया है. इस बीच सोमवार को सपा विधायक नवाबजान और पूर्व सांसद एसटी हसन समेत कई नेता आरोपियों से मिलने मुरादाबाद जेल गए थे.
इस मुलाकात का शासन-प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है. डीजी जेल ने मुरादाबाद जेल में बंद संभल हिंसा के आरोपियों से हुई मुलाकात को अवैध करार देते हुए जेलर और डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा जेल अधीक्षक के खिलाफ शासन को रिपोर्ट सौंपते हुए कार्रवाई की संस्तुति की है.
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने ईटीवी भारत को बताया कि संभल हिंसा के आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं. जहां कुछ लोगों की इन बंदियों से अवैध रूप से मुलाकात करवाई गई थी. जिसको लेकर जेलर विक्रम सिंह यादव व डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही, जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश शासन को भेजी गई है.
दरअसल, सोमवार को समाजवादी पार्टी के विधायक नवाबजान, चौधरी समरपाल सिंह व पूर्व एमपी एसटी हसन समेत कई सपा नेता मुरादाबाद जेल में बंद संभल हिंसा के आरोपियों से मिले थे. आरोप है कि इन नेताओं ने बिना पर्ची के मुलाकात की, जो जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.
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