मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: भरतपुर विधानसभा अंतर्गत डोम्हरा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में प्राचार्य महेश प्रसाद अहिरवार की लगातार अनुपस्थिति का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. कांग्रेस ने प्राचार्य के साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह ने शिकायत के बाद भी मामले में कार्रवाई नहीं होने को गंभीर मामला माना.
क्या है मामला: मार्च 2024 में मध्य प्रदेश के सीधी थाने में एक 35 वर्षीय महिला ने प्राचार्य महेश प्रसाद अहिरवार के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया. तब से प्राचार्य फरार चल रहे हैं. प्राचार्य स्कूल नहीं आ रहे हैं जिससे स्कूल के टीचर और छात्र प्राचार्य की अनुपस्थिति से परेशान हैं. स्कूल का प्रबंधन अस्त व्यस्त हो चुका है. इस घटना के बाद भी प्राचार्य को लगातार वेतन मिल रहा है. आरोपी प्राचार्य को बिना स्कूल आए ही मई और जून महीने का वेतन भी जारी किया गया.
कांग्रेस का शिक्षा विभाग पर आरोप: प्राचार्य के गायब होने और सैलरी देने के मामले में कांग्रेस ने शिक्षा विभाग की भूमिका पर सवाल उठाए. कांग्रेस के प्रवक्ता सौरभ मिश्रा ने कहा कि महिला से छेड़छाड़ के आरोप में फरार प्राचार्य को बिना स्कूल आए सैलरी मिल रही है. उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी और अन्य उच्चाधिकारियों की लापरवाही के कारण इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं. प्राचार्य के साथ जिला शिक्षा अधिकारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
विधायक रेणुका सिंह दिखी नाराज: भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह ने कहा कि प्राचार्य के स्कूल नहीं पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर और एसपी को इसके बारे में बताया गया था. बिना स्कूल आए सैलरी देने के मामले में विधायक रेणुका सिंह नाराज दिखी.
बिना स्कूल आए सैलरी देने का मामला गलत है, जो भी इस पर दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.- रेणुका सिंह, विधायक, भरतपुर सोनहत
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया जल्द होगी कार्रवाई: इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि उन्हें जुलाई में प्राचार्य पर लगे आरोपों की जानकारी मिली थी. जिसके बाद उनका वेतन रोक दिया गया. मिश्रा ने बताया कि प्राचार्य मई और जून में स्कूल में मौजूद थे और उन्होंने ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 26 जून को तीन दिन तक स्कूल में उपस्थिति दर्ज कराई. इसके बाद वह मेडिकल अवकाश पर चले गए.
विकासखंड शिक्षा अधिकारी भरतपुर से करवाया है. रिपोर्ट आवश्यक कार्रवाई के लिए जॉइंट डायरेक्टर को भेजा गया है.- अजय मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी
प्राचार्य के गायब रहने से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित: इस पूरे मामले का सबसे बड़ा असर स्कूल के छात्रों पर पड़ रहा है. प्राचार्य की अनुपस्थिति और अन्य शिक्षकों की लापरवाही के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. क्षेत्र की जनता और छात्र संगठन अब इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.