मोतिहारी: शिक्षा विभाग लगातार स्कूलों में पठन-पाठन के स्तर को सुधारने में लगा है और इसके लिए कई कठोर कदम भी उठाए जाते हैं. स्कूल में बच्चों की पढ़ाई में किसी तरह का कोई व्यवधान ना हो इसपर फोकस किया जा रहा है. ऐसे में स्कूलों में शिक्षकों के मोबाइल फोन के यूज की मनाही है, लेकिन फिर भी ऐसे मामले सामने आते रहते हैं. पूर्वी चंपारण जिला के कोटवा प्रखंड के एक विद्यालय के दो शिक्षकों को स्कूल आवर में मोबाइल देखने को लेकर कार्रवाई की गई है.
स्कूल में मोबाइल देखना दो शिक्षकों को पड़ा महंगा: प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र कुमार सिंह ने दोनों शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाते हुए उनसे स्पष्टीकरण की मांग की है. बीईओ के लेटर में कारण बताये जाने तक दोनों शिक्षकों के वेतन बंद रहने की बात कही गई है.बीईओ के इस आदेश के बाद स्कूल आवर में मोबाइल रखने वाले शिक्षकों में हड़कम्प मच गया है.
'जरूरी काम कर रहे हैं': कोटवा बीईओ उपेंद्र कुमार सिंह प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय अहिरौलिया में निरीक्षण को गए थे, जहां विद्यालय के शिक्षक राजेश कुमार और राजीव विश्वास खेल के मैदान में बैठकर मोबाइल देख रहे थे. जिस संबंध में बीईओ ने जब शिक्षकों से पूछा तो शिक्षकों ने जरूरी काम करने की बात कही. जबकि स्कूल अवधि में शैक्षणिक कार्य के अलावा दूसरा कार्य नहीं करना है.
स्पष्टीकरण की मांग, वेतन पर रोक: कोटवा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र कुमार सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लिया और दोनों शिक्षकों के खिलाफ लेटर जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण की मांग की है. शिक्षकों से स्पष्टीकरण मिलने तक वेतन बंद रहने का आदेश बीईओ ने दिया है.
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