प्रयागराज : संगम नगरी प्रयागराज में लगने वाले महाकुम्भ मेला के शुरू होने से पहले विवादों का सिलसिला शुक्रवार से शुरू हो गया है. शुक्रवार की सुबह खाक चौक से जुड़े संतों ने मेला कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. खाक चौक व्यवस्था समिति के संतों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी कहे जाने वाले संत संतोष दास सतुआ बाबा के नेतृत्व में प्रयागराज मेला प्राधिकरण के बाहर धरना शुरू कर दिया है.
खाक चौक के संतों का आरोप है कि मेला क्षेत्र में उनको दी जाने वाली जमीन दूसरे लोगों को दी जा रही है, जिसके विरोध में मेला कार्यालय के बाहर खाक चौक व्यवस्था समिति से जुड़े तमाम संत धरने पर बैठे हुए हैं. इसके साथ ही खाक चौक व्यवस्था समिति के महामंत्री संतोष दास सतुआ बाबा ने चेतावनी दी है कि उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तो वो लोग कुंभ मेला क्षेत्र छोड़कर चले जाएंगे.
खाक चौक से जुड़े संत महात्माओं ने शुक्रवार की सुबह से प्रयागराज मेला प्राधिकरण के बाहर धरना शुरू कर दिया है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अफसरों की नीति को तानाशाही पूर्ण बताते हुए खाक चौक व्यवस्था समिति के बैनर तले संत महात्माओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इन संतों का आरोप है कि 2019 के फैसले के बावजूद उन्हें 2025 के महाकुम्भ में उनकी जमीन से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है और उनकी जगह को दूसरे लोगों को आवंटित किया जा रहा है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण के इस भेदभाव पूर्ण नीति के विरोध में संतों ने शुक्रवार को मेला प्राधिकरण के बाहर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से धरना शुरू कर दिया गया है.
खाक चौक व्यवस्था समिति के महामंत्री संतोष दास सतुआ बाबा का आरोप है कि मेलाधिकारी विजय किरण आनंद किसी की नहीं सुनते हैं और वो मनमानी करते हुए उनके संतों को दूसरी जगह पर जमीन देने पर अड़े हुए हैं. यही नहीं उनका यह भी आरोप है कि सीएम योगी और पीएम मोदी के महाकुंभ के सफल आयोजन में बाधा डालने के लिए मेलाधिकारी इस तरह की हरकतें कर हैं, जिससे मेला शुरू होने से पहले ही विवादों की वजह से मेला में अव्यवस्था फैल जाए.
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