सहरसाः बिहार के सहरसा के सदर अस्पताल में उस समय जमकर हंगामा हुआ जब सांप काटने के बाद इलाज के लिए लाई गयी 8 साल की बच्ची की मौत हो गयी. बच्ची की मौत से नाराज परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्ची की जान बच सकती थी, लेकिन डॉक्टर ने जानबूझकर इलाज में देर की जिससे उसकी जान चली गयी.
शव के साथ किया प्रदर्शनः इस घटना की खबर लगते ही जिला परिषद् के उपाध्यक्ष और आरजेडी नेता धीरेंद्र यादव भी अपने समर्थकों के साथ सदर अस्पताल पहुंच गये और शव को सदर अस्पताल के सामने रखकर प्रदर्शन किया. धीरेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि जहरीले सांप के काटने के बाद 8 साल की बच्ची को परिजन सदर अस्पताल लेकर आए थे लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पंकज कुमार ने इलाज में देर की, जिसके कारण बच्ची की मौत हो गयी. उन्होंने परिजनों के लिए एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की.
शनिवार की रात की घटनाः मृत बच्ची के चाचा रंजेश यादव के मुताबिक हमलोग सदर थाना इलाके के कहरा के वार्ड नंबर 10 के रहनेवाले हैं. रात 9 बजे के आसपास उनकी भतीजी सोनाक्षी को सांप के काट लिया, जिसके बाद वे लोग उसे लेकर सदर अस्पताल आए, लेकिन डॉक्टर ने बच्ची को देखकर बाहर कर दिया और बोला कि थोड़ी देर रुकिये. ऐसे करते-करते करीब 45 मिनट बीत गये और फिर सोनाक्षी की मौत हो गयी. रंजेश यादव ने डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की.
"सूचना मिलने के बाद हम सदर अस्पताल आये हैं.परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की गलती से मौत हुई है.उसकी प्रजातांत्रिक तरीके से जांच होगी.सिविल सर्जन साहब आज शाम तक आवेंगे.कल इसके लिए इन्क्वायरी टीम का गठन होगा.उसके बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी"-डॉ एसपी विश्वास, उपाधीक्षक,सदर अस्पताल
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