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वृंदावन में संतों की धर्म संसद; सैकड़ों संतों ने 5 प्रस्ताव किए पास, श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर कहा-एक इंच जमीन नहीं देंगे - DHARAM SANSAD

कान्हानगरी में सैकड़ों साधु-संतों ने एकत्रित होकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद समेत 5 प्रस्तावों पर समहति जताई, साथ ही हिंदुओं को एकजुट रहने की बात कही

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वृंदावन में धर्म संसद. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 21, 2024, 7:31 PM IST

Updated : Nov 21, 2024, 10:41 PM IST

मथुराः धर्म नगरी वृंदावन में गुरुवार को साधु संतों की धर्म संसद आयोजित की गई. जिसमें सैकड़ों साधु, संत, महामंडलेश्वर, धर्माचार्य और भागवत आचार्य ने पांच प्रस्ताव पर सहमति जताई. इसके साथ ही श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर को लेकर मुस्लिम पक्ष के साथ सरकार को भी चेतावनी दी.

श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास संघर्ष के बैनर तले हुई धर्म संसद में साधु-संतों ने कहा कि अब हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है. हिंदू एक इंच भी जमीन अब नहीं देगा. केंद्र सरकार को इस ओर ध्यान देना होगा. हिंदुओं की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं.

वृंदावन में धर्म संसद में पहुंचे सैकड़ो संत. (Video Credit; ETV Bharat)
इस पांच प्रस्ताव पर सहमतिः श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया कि सभी साधु संत ने आज एकजुट हुए हैं. धर्म संसद में पांच प्रस्ताव लाये गए हैं. श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर परिसर के पास जो विवादित ढांचा है, उसमे नमाज रोकनी चाहिए. दूसरा प्रस्ताव गाय माता को राष्ट्रीय गौ माता का दर्जा दिया जाए, तीसरा देश में जनसंख्या कानून लागू किया जाए, चौथा कैलाश मानसरोवर यात्रा को पुनः चालू किया जाए और पांचवा प्रस्ताव धार्मिक स्थल पर मांस मंदिरा की बिक्री बन्द होनी चाहिए.
धर्म संसद में उपस्थित साधु-संत.
धर्म संसद में उपस्थित साधु-संत. (Photo Credit; ETV Bharat)
श्रीकृष्ण जन्मभूमि की लड़ाई होगी तेजः साधु-संतों ने कहा न्यायालय में श्री कृष्ण जन्मभूमि की लड़ाई और तेजी के साथ लड़ी जाए. साधु-संतों की गवाही के साथ-साथ अहम दस्तावेज भी न्यायालय में दिए जाएं ताकि सनातन हिंदू के पक्ष में न्यायालय फैसला सुनाए. वहीं, मुस्लिम पूर्वजों ने जो गलती पूर्व में की थी, उसको सुधार कर मंदिर परिसर से मस्जिद हटा लेनी चाहिए. कहा कि हिंदू साधू संत जहां शास्त्र का ज्ञान रखता है, वहीं, अब समय आ गया है कि शस्त्र चलाना भी होगा.हिंदुओं को बटने नहीं देंगेः बालाजी सरकार ने कहा कि आज की धर्म संसद में बहुत अच्छे निर्णय लिए गए. ब्रज में मास मदिरा बिक रही है, उस पर पूरी तरह प्रतिबंध होना चाहिए. सनातन धर्म में वर्गों में विभाजन नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम किसी की जमीन पर कब्जा नहीं करते. हमारी जमीन हमको मिली चाहिए. हम सिर्फ प्रार्थना कर रहे हैं. जब देश का बंटवारा हुआ था तो यह तय हुआ था कि मुस्लिम पाकिस्तान में रहेगा हिंदू भारत में रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत के और कितने टुकड़े करोगे. बांग्लादेश अलग हो गया पाकिस्तान अलग हो गया. म्यंमार और श्रीलंका अलग हो गया. अब हिंदुओं को हम बटने नहीं देंगे.इसे भी पढ़ें- वृंदावन में धर्म संसद आज, श्रीकृष्ण जन्मभूमि समेत कई मुद्दों पर चर्चा

मथुराः धर्म नगरी वृंदावन में गुरुवार को साधु संतों की धर्म संसद आयोजित की गई. जिसमें सैकड़ों साधु, संत, महामंडलेश्वर, धर्माचार्य और भागवत आचार्य ने पांच प्रस्ताव पर सहमति जताई. इसके साथ ही श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर को लेकर मुस्लिम पक्ष के साथ सरकार को भी चेतावनी दी.

श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास संघर्ष के बैनर तले हुई धर्म संसद में साधु-संतों ने कहा कि अब हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है. हिंदू एक इंच भी जमीन अब नहीं देगा. केंद्र सरकार को इस ओर ध्यान देना होगा. हिंदुओं की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं.

वृंदावन में धर्म संसद में पहुंचे सैकड़ो संत. (Video Credit; ETV Bharat)
इस पांच प्रस्ताव पर सहमतिः श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया कि सभी साधु संत ने आज एकजुट हुए हैं. धर्म संसद में पांच प्रस्ताव लाये गए हैं. श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर परिसर के पास जो विवादित ढांचा है, उसमे नमाज रोकनी चाहिए. दूसरा प्रस्ताव गाय माता को राष्ट्रीय गौ माता का दर्जा दिया जाए, तीसरा देश में जनसंख्या कानून लागू किया जाए, चौथा कैलाश मानसरोवर यात्रा को पुनः चालू किया जाए और पांचवा प्रस्ताव धार्मिक स्थल पर मांस मंदिरा की बिक्री बन्द होनी चाहिए.
धर्म संसद में उपस्थित साधु-संत.
धर्म संसद में उपस्थित साधु-संत. (Photo Credit; ETV Bharat)
श्रीकृष्ण जन्मभूमि की लड़ाई होगी तेजः साधु-संतों ने कहा न्यायालय में श्री कृष्ण जन्मभूमि की लड़ाई और तेजी के साथ लड़ी जाए. साधु-संतों की गवाही के साथ-साथ अहम दस्तावेज भी न्यायालय में दिए जाएं ताकि सनातन हिंदू के पक्ष में न्यायालय फैसला सुनाए. वहीं, मुस्लिम पूर्वजों ने जो गलती पूर्व में की थी, उसको सुधार कर मंदिर परिसर से मस्जिद हटा लेनी चाहिए. कहा कि हिंदू साधू संत जहां शास्त्र का ज्ञान रखता है, वहीं, अब समय आ गया है कि शस्त्र चलाना भी होगा.हिंदुओं को बटने नहीं देंगेः बालाजी सरकार ने कहा कि आज की धर्म संसद में बहुत अच्छे निर्णय लिए गए. ब्रज में मास मदिरा बिक रही है, उस पर पूरी तरह प्रतिबंध होना चाहिए. सनातन धर्म में वर्गों में विभाजन नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम किसी की जमीन पर कब्जा नहीं करते. हमारी जमीन हमको मिली चाहिए. हम सिर्फ प्रार्थना कर रहे हैं. जब देश का बंटवारा हुआ था तो यह तय हुआ था कि मुस्लिम पाकिस्तान में रहेगा हिंदू भारत में रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत के और कितने टुकड़े करोगे. बांग्लादेश अलग हो गया पाकिस्तान अलग हो गया. म्यंमार और श्रीलंका अलग हो गया. अब हिंदुओं को हम बटने नहीं देंगे.इसे भी पढ़ें- वृंदावन में धर्म संसद आज, श्रीकृष्ण जन्मभूमि समेत कई मुद्दों पर चर्चा
Last Updated : Nov 21, 2024, 10:41 PM IST
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