सागर। जिला कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान अफरा-तफरी मच गयी. जब बांदरी से आई एक महिला ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर खुद पर केरोसिन डालकर अपनी जान देने की कोशिश की. दबंगों से परेशान महिला ने प्रशासन पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए आत्मघाती कदम उठाया. महिला ने स्थानीय नेताओं सहित दबंगों पर जमीन हड़पने का आरोप लगाए हैं. घटनाक्रम के चलते कलेक्ट्रेट में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. जहां पुलिस ने महिला से केरोसिन की बोतल छीनकर जान बचाई. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने महिला के बयान दर्ज किए और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
जनसुनवाई के दौरान महिला ने उठाया आत्मघाती कदम
दरअसल मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान पिठोरिया गांव से अपनी फरियाद लेकर पहुंची महिला पुष्पा देवी ने खुद के ऊपर केरोसिन डाल कर अपनी जान देने का प्रयास किया. इसके पहले महिला अपने दोनों बेटों के साथ करीब एक घंटे कलेक्टर कार्यालय के गेट पर बैठी रही. जब किसी अधिकारी ने महिला की सुध नहीं ली, तो महिला ने आत्मघाती कदम उठाया. इसके बाद तत्काल वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने महिला से केरोसिन की बोतल छीनकर उसकी जान बचाई.
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पुलिस वालों ने बचाई जान
बांदरी थाना के पिठोरिया गांव में रहने वाली पुष्पा देवी के पास कुल साढ़े आठ एकड़ जमीन है. परिवार के जितेंद्र रैकवार, भाजपा नेता लोकेंद्र राजपूत और बंटी राजपूत ने करीब 7 एकड़ पर कब्जा कर लिया है और उसकी जमीन पर जबरन खेती कर रहे है. जिसकी शिकायत उसने थाने से लेकर तमाम अधिकारियों तक किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके चलते महिला ने कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान अपनी पीड़ा सुनाने पहुंची और जब किसी ने कोई सुनवाई नहीं की, तो उसके जान देने का प्रयास किया.
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अधिकारियों ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
इस पूरे वाकया के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने महिला की शिकायत को संबंधित अधिकारियों को सौंपा और दबंगों से उसकी जमीन वापस दिलाने का आश्वासन दिया है. बहरहाल ऐसा नहीं है कि जनसुनवाई के दौरान पहली बार ऐसी स्थिति बनी हो. सरकारी दफ्तरों में सुनवाई ना होने और दबंगों से परेशान गरीब आदमी बड़ी उम्मीद से जनसुनवाई में पहुंचता है, लेकिन उचित कार्रवाई या सुनवाई नहीं होती, तो लाचार होकर मजबूरन आत्मघाती कदम उठाता है.